लखीमपुर खीरी नरसंहार में SIT का बड़ा खुलासा, साजिश के तहत किसानों पर किया गया था हमला

SIT ने इस संबंध में सीजेएम को एक आवेदन दिया है, जिसमें उसने नरसंहार के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा सहित 14 आरोपियों पर धाराओं को बढ़ाने की मांग की है, अब इस मामले में सभी आरोपियों पर हत्या का मुकदमा चलेगा

Updated: Dec 14, 2021, 08:15 AM IST

नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी नरसंहार मामले की जांच कर रही SIT ने बड़ा खुलासा किया है। SIT ने अपनी जांच में यह पाया है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर में किसानों पर एक सोची समझी साजिश के तहत गाड़ी चढ़ाई गई थी। इस मामले के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा सहित कुल 14 आरोपियों पर अब हत्या का मुकदमा चलेगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किसानों की निर्मम हत्या की जांच कर रही SIT ने यह पाया है कि एक सोची समझी रणनीति के तहत किसानों पर एसयूवी चढ़ाई गई थी। इस संबंध में SIT ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को एक आवदेन भी दिया है। जिसमें SIT ने मामले में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा सहित कुल 14 आरोपियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे में धाराओं को बदलने का अनुरोध किया है।

एसआईटी ने सभी आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 307, 326, 120B सहित अन्य धाराओं को जोड़ने का आवेदन दिया है। अब तक इस मामले में आरोपियों पर 279, 338 और 304(A) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।

3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों के ऊपर SUV कार चढ़ाकर उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी। वे कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर के लौट रहे थे। तभी उनके ऊपर एसयूवी कार चढ़ा दी गई थी। जिसमें चार किसानों की मौत हो गई थी।

नरसंहार का आरोप केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा पर लगा था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सहित पूरी कांग्रेस पार्टी मृतक किसानों के परिजनों के साथ खड़ी हो गई थी। जिसके बाद से ही आशीष मिश्रा को गिरफ्तार करने और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से बर्खास्त करने की मांग की जाने लगी। जल्द ही यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई करने के आदेश दे दिए। जिसके बाद आशीष मिश्रा सहित 14 आरोपियों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी।