नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार को सत्संग के बाद भगदड़ मचने से 121 लोगों की मौत हो गई। जबकि डेढ़ सौ से ज्यादा लोग घायल हैं। मृतकों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हाथरस के इस घटना का जिक्र बुधवार को राज्यसभा में भी हुआ जब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अंधश्रद्धा के विरुद्ध कानून बनाने की मांग की।
बुधवार को संसद की कार्यवाही शुरू होते ही सभापति जगदीप धनखड़ ने हाथरस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं। पूरे सदन ने मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद धनखड़ ने कहा कि ऐसे आयोजनों के लिए नियमावली बननी चाहिए। उन्होंने सांसदों से उन्होंने अपनी राय देने के लिए कहा।
इसपर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हाथरस के सत्संग में जैसा हादसा हुआ, ऐसे कार्यक्रमों में लोगों की सुरक्षा के लिए कोई कानून नहीं है। इसलिए इस तरह के कार्यक्रमों में लोगों की सुरक्षा के लिए कानून बनने चाहिए। जैसे- सत्संग कितनी बड़ी जगह में हो रहा है, वहां से अस्पताल कितनी दूर है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि ये जरूरी है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र की तरह ही 'अंध श्रद्धा' के खिलाफ कानून बनाए जाएं, ताकि पैसों के लिए लोगों को लूटने वाले नकली लोगों पर पाबंदी लगाई जा सके। जो नकली लोग हैं, वे आश्रम बनाकर लोगों को लूट रहे हैं।