ममता बनर्जी का केंद्र के सौतेले व्यवहार पर हमला, कहा, संघीय ढांचे में अन्याय के खिलाफ लड़ने के लिए राज्यों का होना चाहिए यूनियन

ममता ने वैक्सीनेशन पॉलिसी पर उठाए सवाल, पूछा, फ्री वैक्सीनेशन के लिए पहले निर्णय क्यों नहीं लिया गया, टीकाकरण के लिए मोदी को श्रेय देने पर भी ममता ने दी तीखी प्रतिक्रिया

Updated: Jun 09, 2021, 01:33 PM IST

Photo Courtesy: Indian Express
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कोलकाता। टीकाकरण के मुद्दे पर केंद्र सरकार के सौतेले रवैये को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। ममता ने कहा है कि संघीय ढांचे में राज्यों का भी एक यूनियन होना चाहिए ताकि जब किसी राज्य के साथ अन्याय किया जाए उस दौरान सभी राज्य एक साथ होकर केंद्र के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर सकें। टीएमसी नेता ने केंद्र की टीकाकरण नीति पर भी जमकर हमला बोला ममता ने कहा कि जनता को टीका जनता के पैसे से ही लगाया जा रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री द्वारा टीकाकरण का श्रेय लिया जाना बिल्कुल भी उचित नहीं है। ममता ने इस रवैये को अनैतिक करार दिया है। 

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ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त टीकाकरण किए जाने के एलान में देरी करने को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। ममता ने कहा कि जब लोगों को मुफ्त में टीकाकरण किए जाने का फैसला लेना ही था, तब इसमें इतना विलंब क्यों किया गया? केंद्र ने पहले ही मुफ्त टीकाकरण की घोषणा क्यों नहीं की? 

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ममता बनर्जी ने टीकाकरण के मसले पर सुप्रीम कोर्ट का भी धन्यवाद किया। ममता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी केंद्र सरकार से टीकाकरण के लिए तय किए गए 35 हज़ार करोड़ का हिसाब मांगा है। इसके लिए सुप्रीम कोर्ट के हम सब आभारी हैं। ममता ने बिहार चुनाव के दौरान बीजेपी द्वारा मुफ्त टीकाकरण के वादे की भी याद दिलाई। ममता ने पूछा कि उस वादे का क्या हुआ?