नीतीश सरकार ने विधानसभा में हासिल किया विश्वास मत, आरजेडी के तीन विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग

बिहार विधानसभा में विपक्ष के वॉकआउट के बीच नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के पक्ष में 129 वोट पड़े। वहीं, कांग्रेस, लेफ्ट और आरजेडी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।

Updated: Feb 12, 2024, 04:49 PM IST

पटना। बिहार विधानसभा में सोमवार को नीतीश सरकार ने फ्लोर टेस्ट पास कर लिया। वोटिंग से पहले ही विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया था। सत्ता पक्ष की मांग पर वोटिंग करवाई गई। सरकार के समर्थन में 129 वोट पड़े। विपक्ष में एक भी वोट नहीं पड़ा क्योंकि वोटिंग के दौरान कांग्रेस, लेफ्ट और आरजेडी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया।

विश्वास मत के दौरान आरजेडी के तीन विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव वोटिंग से पहले ही सत्तापक्ष के विधायकों के साथ बैठे थे। इससे पहले विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान सदन में मुख्यमंत्री जैसे ही बोलने के खड़े हुए तो RJD विधायक हंगामा करने लगे। नीतीश कुमार ने गुस्से में कहा कि लोग मुझे सुनना नहीं चाहते तो वोटिंग करवाइए। नीतीश कुमार ने तेजस्वी के माता-पिता का जंगलराज याद दिलाया।

विश्वास मत पर चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं खुश हूं कि कर्पूरी ठाकुरजी को भारत रत्न दिया गया। भाजपा ने भारत रत्न को डील बना दिया है। आप हमारे साथ आइए और हम आपको भारत रत्न देंगे। तेजस्वी ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही कह दिया था कि आज बोलने दीजिए, कल से हम जनता के बीच रहेंगे। स्पीच के दौरान तेजस्वी जिंदाबाद के नारे लगे। उधर, विधानसभा के बाहर हंगामा कर रहे आरजेडी कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज भी किया गया।

इस दौरान भाजपा अध्यक्ष व डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि मेरे जो 5 विधायक गायब रहे सबका हिसाब लूंगा। आप मुझे लोकतंत्र सिखाएंगे। लोकतंत्र को आप लूट रहे हैं। सबका इलाज करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरी भारतीय जनता पार्टी मजबूती के साथ समर्थन करती है। आप लोग तो खेला कर रहे थे, हम लोगों ने आपको खिलौना दे दिया। 1996 से एनडीए का गठबंधन हुआ है। 1995 में नीतीश कुमार को सीएम बनाने के लिए समता पार्टी का गठन किया। लालू यादव की सरकार ने मुझ पर लाठियां बरसाई गई, जेल में डाला गया। बाद में लालू यादव को माफ़ी मांगनी पड़ी। 15 साल लालूजी सत्ता में रहे तो चारा खा गए। जब रेल मंत्री रहे तो नौकरी खा गए।