संसद संवैधानिक मूल्यों से बनती है, अहंकार की ईंटों से नहीं, राहुल गांधी का केंद्र पर सीधा हमला

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए देश के राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करना देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है।

Updated: May 24, 2023, 06:53 PM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए देश के राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करना देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है।

राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, "राष्ट्रपति से संसद का उद्घाटन न करवाना और न ही उन्हें समारोह में बुलाना - यह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है। संसद अहंकार की ईंटों से नहीं, संवैधानिक मूल्यों से बनती है।" राहुल गांधी ने यह ट्वीट ऐसे समय में किया जब कांग्रेस समेत देश के 19 विपक्षी दलों ने स्टेटमेंट जारी कर उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने का ऐलान किया है।

उधर, लोकसभा मंत्रालय ने नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आधिकारिक आमंत्रण पत्र जारी कर दिया है जिससे स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। ऐसे में विपक्ष प्रधानमंत्री मोदी के संसद भवन का उद्घाटन करने के खिलाफ मुखर है। विपक्षी दलों का कहना है कि, 'नया संसद भवन सत्ताधारी दल की अतिशयोक्ति नहीं है। यह लोकतंत्र का प्रतीक है। अतः राष्ट्रपति दौपदी मुर्मू इस भवन का उद्घाटन करें।' कांग्रेस ने इसे संवैधानिक पद का अपमान करार दिया है। 

19 विपक्षी दलों द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि, "जब लोकतंत्र की आत्मा नहीं बची, तो नए संसद भवन का कोई फायदा नहीं है। राष्ट्रपति की ओर से ही संसद बुलाई जाती है। राष्ट्रपति के बिना संसद कार्य नहीं कर सकती है। फिर भी प्रधानमंत्री ने बिना उनको बुलाए संसद के नए भवन के उद्घाटन का फैसला लिया है। यह अशोभनीय और उच्च पद का अपमान है।"