बंगाल में खेला सम्पन्न, टीएमसी के रिकॉर्ड बढ़त पर दीदी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया

प्रशांत किशोर ने चुनाव आयोग पर लगाया पक्षपात का आरोप, बोले- निर्वाचन आयोग ने निष्पक्षता से काम किया होता तो बीजेपी इस स्थिति में भी नहीं आ पाती

Updated: May 02, 2021, 10:22 AM IST

Photo Courtesy: News Nation
Photo Courtesy: News Nation

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के खेमे में जश्न का माहौल है। इसकी वजह बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी की डबल सेंचुरी है। ममता बनर्जी आखिरकार मोदी-शाह की जोड़ी को धूल चटाने में कामयाब हो गई हैं। ऐसे में ममता के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रशांत ने कहा है कि यदि चुनाव आयोग ने निष्पक्षता दिखाई होती तो बीजेपी इस स्थिति में भी नहीं पहुंचती।

टेलीविजन चैनलों से बातचीत के दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि, 'मुझे इस बात का स्पष्ट अंदाजा था कि बीजेपी दहाई के आंकड़े को पार नहीं करने जा रही है। मैने यहां तक कहा था कि बीजेपी 100 पार करेगी तो मैं चुनाव कैंपेन का काम करना छोड़ दूंगा।' प्रशांत किशोर ने केंद्रीय चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा, 'चुनाव आयोग ने पक्षपात किया, इस वजह से बीजेपी इतनी सीटों पर बढ़ता बनाने में कामयाब हो सकी है। यदि आयोग ने निष्पक्षता दिखाई होती तो बीजेपी इस स्थिति में भी नहीं पहुंचती।'

यह भी पढ़ें: बंगाल में खेला होए गेले, TMC की डबल सेंचुरी, तमिलनाडु में कांग्रेस गठबंधन आगे, केरल में लेफ्ट की आंधी

प्रशांत किशोर ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि निर्वाचन आयोग ने पूरे चुनाव प्रक्रिया के दौरान अपने सिस्टम के जरिए बीजेपी को सपोर्ट करने का काम किया था। इसी के तहत राज्य में 8 चरणों मे चुनाव कराए गए। इसे 10 से 15 दिनों में संपन्न कराया जा सकता था, लेकिन चुनाव आयोग ने 2 महीने का समय लिया।' प्रशांत ने देश के सभी राजनीतिक दलों से चुनाव आयोग की हरकतों के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है।

प्रशांत किशोर ने नतीजों पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, 'मुझे खुशी है कि बंगाल में ध्रुवीकरण के मुद्दे काम नहीं किए। इससे पता चलता है कि ध्रुवीकरण की एक सीमा है। साफ है कि ध्रुवीकरण के भरोसे चुनाव नहीं जीता जा सकता है।' प्रशांत ने ममता को नोटिस दिए जाने के मामले पर कहा कि, 'ममता ने मुस्लिमों को एकजुट होकर मतदान करने की अपील की तो उन्हें नोटिस भेजा गया। ऐसा था तो बीजेपी के सभी नेताओं को नोटिस जाना चाहिए था।'

राज्य में कांग्रेस के सफाए पर प्रशांत किशोर में कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा, 'इस बारे में कांग्रेस की ओर से जवाब दिया जा सकता है। मैं इसपर टिप्पणी करने के लिए काफी छोटा हूं।' उन्होंने एक बार फिर दोहराया की बंगाल में बीजेपी प्रोपेगैंडा और झूठ फैलाने में लगी हुई थी जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। बंगाल में कांग्रेस के सफाया पर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह कांग्रेस की स्ट्रेटजी थी। कांग्रेस का फोकस बंगाल में बीजेपी को रोकना था, जिसमें वह काफी हद तक कामयाब हुई है।

यह भी पढ़ें: बंगाल में बीजेपी की हालात पर बोले अखिलेश, दीदी ओ दीदी का मिला मुंहतोड़ जवाब, शिवसेना बोली- दिल्ली में महसूस होंगे झटके

बहरहाल, पश्चिम बंगाल चुनाव के नतीजों पर गौर करें तो अबतक सामने आए रुझानों में टीएमसी रिकॉर्ड 205 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं बीजेपी 85 सीटों पर सिमटकर रह गई है। अन्य राज्यों के रुझान देखा जाए तो तमिलनाडु में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी बहुमत के जादुई आंकड़े को पार कर गई है। केरल में लेफ्ट ने अपना झंडा बुलंद किया है। हालांकि असम और पुदुच्चेरी में बीजेपी आगे चल रही है।