Balwinder Singh: आतंकवादियों से लोहा लेने वाले शौर्य चक्र सम्मानित बलविंदर सिंह की गोली मारकर हत्या

कॉमरेड बलविंदर सिंह पर पहले भी हुए थे अनेक हमले, पंजाब सरकार ने कुछ समय पहले ही वापस ली थी बलविंदर सिंह की पुलिस सुरक्षा, जिसका उन्होंने किया विरोध 

Updated: Oct 17, 2020, 04:29 AM IST

चंडीगढ़। पंजाब के तरनतारन जिले में कॉमरेड बलविंदर सिंह की हत्या कर दी गई है। दो अज्ञात हमलावरों ने तरन तारन के उनके गांव में हत्या को अंजाम दिया। हत्यारे मोटरसायकिल पर आए थे। बलविंदर सिंह के अपने स्कूल के गेट से निकलते वक्त हत्यारों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया और फरार हो गए। पुलिस अब तक हत्यारों का पता नहीं लगा पाई है। यह भी पता नहीं चल सका है कि हत्यारों का कोई संबंध खालिस्तानी आतंकवाद से था या नहीं। बलविंदर सिंह 62 वर्ष के थे। 

खालिस्तानी आतंकवाद का मुकाबला करनेवाले इस परिवार को सरकार की तरफ से दी गई सुरक्षा पिछले साल ही हटा दी गई थी। उनकी हत्या की कई कोशिशें पहले भी हो चुकी थीं, जिसमें हर बार वो बचते रहे। लेकिन इस बार हत्यारे अपने मकसद में कामयाब हो गए।

पंजाब में आतंकवाद के दौर में खालिस्तानी आतंकवादियों से मुकाबला करनेवाले बलविंदर सिंह, वो शख्स थे, जो शौर्य और साहस के पर्याय बन चुके थे। बलविंदर सिंह ने ना सिर्फ अपने परिवार बल्कि पूरे गांव और पंजाब को आतंकवाद से लड़ने की प्रेरणा दी। उनकी कहानी तब अंतरराष्ट्रीय मीडिया की सुर्खियों में रही। नेशनल ज्योग्राफिक ने तो उनपर पूरी डॉक्यूमेंट्री भी बनाई थी। 

उनके भाई रंजीत सिंह ने आशंका जताई हैं कि ये आतंकी हमला हो सकता हैं। 2017 में कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके आवास पर कई राउंड गोलियां चलाई थी। लेकिन इस हमले में उनके परिवार के किसी भी सदस्य को गोली नहीं लगी थी।

पूरे परिवार को मिला था शौर्य चक्र 

आतंकवादियों से मुकाबला करने वाले कॉमरेड बलविंदर सिंह को उनके पुरे परिवार सहित शौर्य चक्र से नवाजा गया था। कॉमरेड बलविंदर और उनके पूरे परिवार को 1993 में तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया था। उनके साथ उनकी पत्नी जगदीप कौर, भाई रणजीत सिंह और भूपिंदर सिंह को भी शौर्य चक्र और शॉल देकर सम्मानित किया गया था। वो कॉमरेड हरकिशन सिंह सुरजीत के साथी रह चुके थे। इन दिनों घर के पास ही एक स्कूल चला रहे थे। सरकार ने उन्हें खुद की सुरक्षा के लिए स्टेन गन भी रखने की अनुमति दी थी। 

जाने कौन हैं कॉमरेड बलविंदर सिंह

जब पंजाब में आतंकवाद अपने चरम पर था। तब कॉमरेड बलविंदर सिंह ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए उनके खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। उन पर 20 से ज्यादा बार बड़े हमले हो चुके थें और हर बार ही वो उन हमलों से बच निकलने ने सफल रहे। 30 सितंबर, 1990 में उन पर बहुत बड़ा हमला हुआ। उस दिन लगभग 200 आतंकवादियों ने बलविंदर सिंह के घर को चारों तरफ से घेर लिया।  उन पर लगातार पांच घंटों तक हमला किया। रॉकेट लॉन्चर सहित कई घातक हथियारों इस्तेमाल किए गए। यह हमला पूरी प्लानिंग के साथ किया गया था। उनके घर पहुंचने वाली सड़क को ब्लॉक कर दिया गया था, जिससे पुलिस उनके घर तक न पहुंच पाए। पांच घंटों तक बलविंदर सिंह और उनके परिवार ने उनके हमले का जबाब देतें रहे। 

पंजाब न्यूज एक्सप्रेस में छपी एक खबर के अनुसार हमेशा से बलविंदर सिंह और उनके भाई रंजीत सिंह आतंकवादियों की हिट लिस्ट में थें। आतंकवादियों ने उन्हें उनके परिवार सहित ख़तम करने के लिए 11 महीनों में 16 बार हमले किए थे। 16 बार किए हमलों में आतंकवादियों की संख्या 10 से लेकर 200 तक थी।  लेकिन हर बार वो अपने भाई और अपने परिवार की मदद से इन हमलों से बच निकलते थे।