अडानी मामले में बोलने देने की मांग पर हंसने लगे स्पीकर, राहुल गांधी ने ओम बिरला को लेकर किया बड़ा खुलासा

राहुल गांधी ने कहा कि ओम बिरला ने उनसे कहा कि वह इस मामले पर कुछ नहीं कर सकते क्योंकि वह खुद भी अडानी मामले को संसद में रखने से डरे हुए हैं

Updated: Apr 16, 2023, 04:01 PM IST

नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव का चुनावी शंखनाद करने कोलार पहुंचे राहुल गांधी ने अपनी संसद की सदस्यता जाने और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लेकर बड़ा खुलासा किया है। राहुल गांधी ने कहा कि जब उन्होंने ओम बिरला ने संसद में अडानी मामले पर बोलने देने की मांग की तो वह हंसने लगे और कहने लगे कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते। 

राहुल गांधी ने अपनी चुनावी सभा में कहा कि मैंने लोकसभा स्पीकर को दो पत्र लिखे थे कि मैं अपने ऊपर लगाए गए आरोपों पर बोलना चाहता हूं लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया गया। वह हंसने लगे और उन्होंने कहा कि वह इस मामले में कुछ नहीं कर सकते। 

राहुल गांधी ने आगे कहा कि स्पीकर ने उन्हें चाय पर आमंत्रित किया और कहा कि वह उन्हें सारी बात बताएंगे। मैंने उनसे कहा कि आप तो लोकसभा के स्पीकर हैं आप जो चाहें वो कर सकते हैं लेकिन इसके बावजूद आप कुछ करते क्यों नहीं? राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा स्पीकर खुद भी संसद में अडानी का मामला रखने से भयभीत हैं और इसके बाद मुझे अयोग्य करार दे दिया गया। 

राहुल गांधी ने कहा कि मैंने संसद में कहा था कि अडानी के पास शेल कम्पनी है। मैंने बस यही सवाल किया था कि आखिर यह 20 हजार करोड़ किसके हैं? इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि बीजेपी ने संसद ही चलने नहीं दिया। 

राहुल गांधी ने अपनी चुनावी सभा में जातीय जनगणना का भी समर्थन किया। राहुल गांधी ने यूपीए सरकार में कराई गई जातीय जनगणना को सार्वजनिक करने की मांग की। राहुल गांधी ने ओबीसी वर्ग को आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी देने की मांग की।

कोलार विधानसभा सीट पर इस बार कांग्रेस पार्टी ने मंजूनाथ को टिकट दिया है। इस सीट से पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने चुनाव लड़ने की इच्छा ज़ाहिर की थी। हालांकि उनकी उम्मीदवारी पहले ही वरुणा सीट से घोषित हो चुकी थी जिस वजह से उन्हें टिकट नहीं मिल पाया।

कोलार वही जगह है जहां राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान मोदी सरनेम वाला भाषण दिया था। इसी भाषण को आधार बनाकर सूरत की स्थानीय अदालत ने उन्हें मानहानि के मामले में दोषी करार दिया और लोकसभा ने उन्हें संसद की सदस्यता से अयोग्य करार दिया। अब राहुल गांधी ने एक बार फिर इसी जगह से अपनी संसद की सदस्यता जाने के पूरे घटनाक्रम को समझाया है।