राजीव जी का सपना पूरा होगा, मेरी जिंदगी का ये मार्मिक क्षण है, महिला आरक्षण पर बोलीं सोनिया गांधी

पहली बार स्थानीय निकायों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने वाला कानून मेरे जीवन साथी राजीव गांधी लाए थे, राजीव जी का सपना अभी आधा ही पूरा हुआ है, यह बिल पास होने से सपना पूरा हो जाएगा: सोनिया गांधी

Updated: Sep 20, 2023, 04:56 PM IST

नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र का आज बुधवार को तीसरा दिन है। लोकसभा में आज महिला आरक्षण बिल पर चर्चा हो रही है। कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने संसद को बताया कि कांग्रेस महिला आरक्षण बिल का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि इस बिल के पास होने से राजीव जी का सपना पूरा होगा। मेरी जिंदगी का ये मार्मिक क्षण है।

महिला आरक्षण बिल (नारी शक्ति वंदन विधेयक) पर सबसे पहले कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने सदन को बिल के बारे में बताया। उनके बाद कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी ने अपनी बात कही। सोनिया गांधी ने कहा कि, 'मैं कांग्रेस की तरफ से नारी शक्ति वंदन अधिनियम के समर्थन में खड़ी हुई हूं। धुएं से भरी रसोई से लेकर रोशनी से जगमगाते स्टेडियम तक भारत की स्त्री का सफर बहुत लंबा है। लेकिन आखिर उसने मंजिल को छू लिया है।'

सोनियां गांधी ने आगे कहा कि, 'भारत के स्त्री के हृदय में महासागर जैसा धीरज है। उसने खुद के साथ हुई बेइमानी की शिकायत कभी नहीं की। उसने सिर्फ अपने फायदे के बारे में कभी नहीं सोचा। उसने नदियों की तरह सबकी भलाई के लिए काम किया और मुश्किल वक्त में हिमाचल की तरह अडिग रही। स्त्री के धैर्य का अंदाज लगाना नामुमकिन है। वह आराम को नहीं पहचानती हैं और थकना भी नहीं जानती है। स्त्री ने सिर्फ हमे जन्म ही नहीं दिया है बल्कि हमें सींच कर बुद्धिमान और शक्तिशाली भी बनाया है। स्त्री की गरिमा, स्त्री के त्याग की पहचान करके ही हम मनुष्यता में पास हो सकते हैं।'

सोनिया गांधी ने आगे कहा, 'नए भारत के निर्माण के हर मोर्चे पर स्त्री पुरुष के साथ कंधे से कंधे मिलाकर लड़ी है। सरोजनी नगर, अरुणा असिफ जैसे लाखों लाखों महिलाओं से लेकर आज की तारीख तक हर बार महिलाओं ने महात्मा गांधी, नेहरू, पटेल, अंबेडकर और मौलाना आजाद के सपनों को जमीन पर उतार कर दिखाया है। इंदिरा गांधी जी का व्यक्तित्व बहुत ही रौशन और जिंदा मिशाल है। खुद मेरी जिंदगी का यह बहुत मार्मिक क्षण है। पहली बार राजीव गांधी जी ही ये बिल लाए थे जो सात वोट से गिर गया था। बाद में नरसिम्हा राव सरकार ने उसे पारित कराया। आज उसी का नतीजा है कि देशभर स्थानीय निकायों में चुनी गई 15 लाख महिला नेता हैं। राजीव गांधी जी का सपना अभी आधा ही पूरा हुआ है। वो इस बिल के पारित होते ही पूरा होगा। कांग्रेस पार्टी इस बिल का समर्थन करती है।'

सोनिया गांधी ने आगे कहा, 'मैं एक सवाल पूछना चाहती हूं कि बीते 13 साल से भारतीय स्त्रियां अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों का इंतजार कर रही हैं। उन्हें और इंतजार करने के लिए कहा जा रहा है। क्या ये बर्ताव करना उचित है। कांग्रेस की मांग है कि ये बिल फौरन अमल में लाया जाए लेकिन इसके साथ ही कास्ट सेंसस करा कर एससी-एसटी और ओबीसी महिलाओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए। सरकार को इसके लिए जो कदम उठाना है वो उठाने ही चाहिए। इस बिल को लागू करने में और देरी करना भारत की स्त्रियों के साथ घोर नाइंसाफी है। कांग्रेस की तरफ से मैं सरकार से मांग करती हूं कि वो इस बिल को जल्दी से जल्दी लागू किया जाए। ऐसा करना न सिर्फ जरूरी है बल्कि संभव भी है।'