दवाई से नहीं हवन से कोरोना नष्ट करने की सलाह दे रहे हैं आरएसएस के युवा, डोर टू डोर चल रहा है कैंपेन

पूरे विश्व के बड़े बड़े वैज्ञानिक कोरोना को खत्म करने के लिए उपाय ढूढने में लगे हैं। लेकिन भारत मे आरएसएस के लोग यज्ञ, हवन कर लोगों के बीच अंधविश्वास फैला रहे हैं।

Updated: May 17, 2021, 11:19 AM IST

Photo courtesy: patrika
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दिल्ली। कोरोना वायरस को रोकने के लिए पूरा विश्व विज्ञान का सहारा ले रहा है। वैक्सीन की खोज की जा रही है। पूरे विश्व के बड़े-बड़े वैज्ञानिक कोरोना को खत्म करने या इसे फैलने से रोकने के उपाए ढूंढने में लगे हैं, लेकिन भारत में अब भी कई जगहों पर कोरोना को हराने के लिए हवन और गौमूत्र का सहारा लेने की सलाह दी जा रही है। भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर जहां गौमूत्र पीने की सलाह दे रही हैं, वहीं आरएसएस के यूथ घूम घूमकर लोगों से हवन करने को बोल रहे हैं। ताज़ा आए एक वीडियो में युवाओं की एक टोली, जो अपने को आरएसएस का बताकर, हवन के लिए घर घर सलाह देती देखी जा रही है। 

हरियाणा, राजस्थान,  मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश में आरएसएस व बजरंग दल के कार्यकर्ता कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए हवन, भजन, और हनुमान चालीसा का पाठ कर रहें हैं। उनका मानना है कपूर और हवन सामग्री के धुएं से कोरोना का संक्रमण खत्म किया जा सकता है। हवन से निकलने वाला धुंआ वातावरण को शुद्व एवं लोगों के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

 

 

इससे पहले बीजेपी के कई नेता और मंत्री भी गोबर और मिट्टी से कोरोना भगाने का दावा कर चुके हैं। प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कुछ दिन पहले प्रदेश की जनता को यज्ञ करने की सलाह दी थी। उनका कहना है कि सभी लोग सुबह एक साथ यज्ञ करते हुए आहुतियां डालें और पर्यावरण को शुद्ध करें क्योंकि महामारियों के नाश में अनादि काल से यज्ञ की पावन परंपरा है। इतना ही नहीं उषा ठाकुर ने आगे कहा कि यज्ञ पर्यावरण को शुद्ध करने की एक चिकित्सा है. यज्ञ करने से तीसरी लहर हिंदुस्तान को छू नहीं पाएगी। इसी लीक पर चलते हुए अब बीजेपी के यूथ विंग के लोग भी लोगों में सकारात्मकता जगाने का प्रयास कर रहे हैं।

सीपीआईसे जुड़ा युवा संगठन, एआईएसएफ ने कोरोना भगाने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और आरएसएस द्वारा किए जा रहे हवन को ढोंग बताया है। जिला अध्यक्ष सुजीत पांडेय ने कहा है कि विद्यार्थी परिषद के लोग विश्व शांति व कोरोना महामारी के खत्म करने के लिए हवन का ढोंग कर रहे हैं। अगर हवन करने से कोरोना वायरस खत्म हो जाता तो देश के प्रधानमंत्री वैक्सीन लगवाने का प्रचार नहीं करते। लेकिन अभाविप व आरएसएस लोगों में पाखंड व अंधविश्वास की प्रवृत्ति भरना चाहता है।

दरअसल कोरोना महामारी के इस दौर में लाखों लोगों के मरने और बीमार होने के बाद सरकार के स्वास्थ्य संबंधी दावे फेल होते हुए नज़र आ रहे हैं। अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की कमी हो गई है। मध्य प्रदेश में तो डॉक्टरों की किल्लत भी देखी जा रही है। खुद मुख्यमंत्री ने बाहरी डॉक्टरों से वॉलंटियर बनकर सहायता करने की अपील की है। ऐसे में लोगों के अंदर सरकार के प्रति आ रही नाराजगी से निपटने का पार्टी के लोगों ने यह नायाब तरीका निकाला है।