कोरोना स्ट्रेन को लेकर केजरीवाल के ट्वीट से भड़का सिंगापुर, भारतीय हाईकमिश्नर को किया तलब

केजरीवाल के बयान पर बवाल के बाद भारत सरकार को देनी पड़ी सफाई, विदेश मंत्री बोले- दिल्ली सीएम का बयान भारत सरकार का बयान न माना जाए

Updated: May 19, 2021, 08:39 AM IST

Photo Courtesy: Aaj Tak
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नई दिल्ली। कोविड-19 के सिंगापुर वैरिएंट को लेकर अरविंद केजरीवाल की टिप्पणी पर बवाल मच गया है। सिंगपुर ने दिल्ली सीएम के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति दर्ज की है। मामले पर भारत के ओर से कहा गया है कि सिविल एविएशन पॉलिसी पर केजरीवाल को बोलने का कोई अधिकार नहीं है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है की दिल्ली सीएम के बयान को भारत का बयान न माना जाए।

दरअसल, दिल्ली सीएम ने ट्वीट कर केंद्र से मांग की थी कि सिंगापुर से हवाई सेवाएं रद्द हों। केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'सिंगापुर में आया कोरोना का नया रूप बच्चों के लिए बेहद ख़तरनाक बताया जा रहा है, भारत में ये तीसरी लहर के रूप में आ सकता है। केंद्र सरकार से मेरी अपील: सिंगापुर के साथ हवाई सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द हों और बच्चों के लिए भी वैक्सीन के विकल्पों पर प्राथमिकता के आधार पर काम हो।' 

केजरीवाल के इस ट्वीट मात्रा से सिंगापुर भड़क गया। सिंगापुर के नई दिल्ली स्थित दूतावास ने तत्काल इसके खंडन में रिट्वीट करते हुए लिखा, 'आपके इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है कि सिंगापुर में नया कोविड-19 स्ट्रेन पाया गया है। फ़ाइलोजेनेटिक जांच में पता चला है कि सिंगापुर में हाल के हफ्तों में B.1.617.2 वेरिएंट ही पाया गया है जो कोविड के ज़्यादातर मामलों में मौजूद है।'

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इतना ही नहीं इसके बाद सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी प्रेस रिलीज जारी कर केजरीवाल के बयान का खंडन किया। साथ ही सिंगापुर ने भारतीय हाईकमिश्नर को तलब कर इस बयान के लिए नाराजगी भी जाहिर की। इसपर भारत की ओर से कहा गया कि कोविड-19 वैरिएंट और सिविल एविएशन पॉलिसी पर बोलने के लिए केजरीवाल को कोई अधिकार नहीं है। 

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस विवाद में कूद पड़े हैं। जयशंकर ने तो यहां तक कह दिया कि दिल्ली सीएम का ट्वीट भारत का बयान न माना जाए। उन्होंने ट्वीट किया, 'सिंगापुर और भारत कोविड-19 की लड़ाई में सहयोगी हैं। हम सिंगापुर के भारत को ऑक्सीजन आपूर्ति में भूमिका की तारीफ़ करते हैं। हमारी मदद के लिए सिंगापुर ने सेना का एयरक्राफ़्ट तक भेजा जिससे पता चलता है कि हमारा संबंध कितना ख़ास है।' उन्होंने आगे लिखा, 'ग़ैर-ज़िम्मेदार बयान देने वालों को पता होना चाहिए कि उनकी इस तरह की टिप्पणी से लंबे समय की दोस्ती को नुक़सान पहुँच सकता है। मैं यहाँ स्पष्ट करता हूं कि दिल्ली सीएम का बयान भारत का बयान नहीं है।' 

सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन ने जयशंकर के ट्वीट को रिट्वीट कर कहा, 'शुक्रिया डॉ जयशंकर! अब हम अपने-अपने देशों में कोरोना संकट को संभालें और एक दूसरे की मदद करें। जब तक हर कोई सुरक्षित नहीं होगा तब तक कोई भी सुरक्षित नहीं रहेगा।' बालकृष्णन ने केजरीवाल के ट्वीट पर कहा कि राजनेताओं को तथ्यों के साथ बोलना चाहिए। सिंगापुर का कोई नया वैरिएंट नहीं है।'

इमेज की चिंता में सरकार- मनीष सिसोदिया

भारत सरकार के बयान पर आम आदमी पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा है की सरकार को सिर्फ अपनी इमेज की चिंता है। आप नेता मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया, 'बीजेपी और केंद्र सरकार को विदेश में अपनी इमेज की जितनी चिंता है काश उतनी चिंता देश के बच्चों की होती। बच्चों की वैक्सीन तो इमेज के चक्कर में विदेश बेच आए और अब जब केजरीवाल कह रहे हैं बच्चों की चिंता करिए तो उस पर कुछ करने की बजाय फिर से विदेशी इमेज की चिंता में डूबे हैं। 

सिसोदिया ने आगे लिखा, 'मुद्दा सिंगापुर नहीं है, मुद्दा हमारे बच्चों की हिफाज़त का है। आज फिर केंद्र सरकार आने वाले खतरे को भांप नही पा रही और हमारे बच्चों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही दिखा रही है। लंदन में नया स्ट्रेन आया तब भी केंद्र सरकार ने चेतावनी नहीं सुनी और आज देश के हालत सबको पता हैं। BJP को विदेश प्रेम मुबारक लेकिन हमे सिर्फ हमारे बच्चों की चिंता है।'