बिहार में नहीं थम रहा पुलों के गिरने का सिलसिला, सुल्तानगंज में अगुवानी पुल का स्ट्रक्चर तीसरी बार ध्वस्त

बिहार में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा शनिवार सुबह ढह गया। खगड़िया के जिलाधिकारी अमित कुमार पांडे ने बताया कि अगुवानी-सुल्तानगंज पुल का एक स्लैब सुबह गिर गया।

Updated: Aug 17, 2024, 01:24 PM IST

सुल्तानगंज। बिहार में पुल, पुलिया के क्षतिग्रस्त और गिरने का सिलसिला नहीं थम रहा है। शनिवार को निर्माणाधीन अगुवानी पुल का स्ट्रक्चर फिर गिरकर गंगा में समा गया। बताया जाता है कि गंगा के पानी के दबाव को वह झेल नहीं सका। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। 

भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में स्थित इस अगुवानी पुल का 9 नम्बर का पाया स्लैब और पिलर के साथ शनिवार सुबह गंगा नदी में समा गया। हैरानी की बात यह है कि पुल तीसरी बार गिरा है। बावजूद इसके निष्पक्ष जांच नहीं हो पा रही है।

इससे पहले 30 अप्रैल 2022 के रात में हवा के झोंके से पिलर संख्या पांच गिरा था। वहीं, 4 जून 2023 को सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी गंगा घाट पर निर्माणाधीन पुल के पिलर नंबर 10, 11 और 12 अचानक गिरकर नदी में बह गए थे। इस दौरान पुल पर ड्यूटी कर रहे दो गार्ड भी लापता हो गए थे।

इस पुल को उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना माना जाता है। 1710.77 करोड़ रुपये लागत से बनने वाले इस सेतु का शिलान्यास मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को किया था। इस पुल तथा सड़क निर्माण से एनएच 31 तथा एनएच 80 आपस में जुड़ जाएंगे। इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर है।

हालांकि, लगातार स्ट्रक्चर गिरने की घटना राज्य में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है। पुल गिरने की घटना निर्माण कार्य में खराब गुणवत्ता वाला मेटेरियल का उपयोग और भूमि जांच में गड़बडी की बात को उजागर करता है। इस तरह की घटना बिहार के सरकारी सिस्टम पर सवालिया निशाना है।