Nag Panchami 2020 : पूजन विधि और एमपी में महत्व
उज्जैन में साल में एक बार खुलता है मंदिर, इंदौर के पास देवगुराडिया पहाड़ी पर 1000 साल से भी ज्यादा पुराना शिव मंदिर
1. पूजन विधि और मंत्र
नागपंचमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ होने के बाद प्रसाद स्वरूप सेवई और चावल बना लें। इसके बाद लकड़ी के पटरे पर साफ लाल या पीले रंग का कपड़ा बिछाएं और नाग देवता की प्रतिमा स्थापित करें। प्रतिमा पर जल, फूल, फल और चंदन लगाएं। नाग की प्रतिमा को दूध, दही, घी, शहद और पंचामृत से स्नान कराएं और आरती करें। फिर लड्डू और खीर अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से आपके घर की बुरी शक्तियों से रक्षा होती है। कई लोग इस दिन सपेरों से किसी नाग को खरीदकर उन्हें मुक्त भी कराते हैं वहीं जीवित सर्प को दूध पिलाकर भी नाग देवता को प्रसन्न किया जाता है।