Tulsidas Jayanti 2020: समाज में जगाई राम भक्ति की अलख
श्री 'रामचरितमानस' की रचना कर समाज में राम भक्ति की अलख जगाने वाले गोस्वामी तुलसी दास की आज जयंती है। महान संत गोस्वामी तुलसीदास ने मानव जाति को श्रीराम के आदर्शों से जोड़ने का काम किया है।
1. कभी रामबोला कह लाए थे तुलसी दास
तुलसीदास का जन्म संवत् 1554 में सावन महीने की शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मूल नक्षत्र में हुआ था। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में राजापुर गांव में जन्मे तुसली दास की माता का नाम हुलसी और पिता का नाम आत्माराम दुबे था। जन्म के कुछ समय बाद ही उनकी माता हुलसी गुजर गईं। जिसके बाद पिता ने उन्हें अशुभ समझकर अपनाने से इंकार कर दिया। 5 साल तक दासी ने उनका पालन-पोषण किया। और इसके बाद संतश्री नरहयान्नद जी तुलसी दास को अपने साथ अयोध्या ले आए और इनका नाम रामबोला रख दिया। गुरुकुल खत्म करने के बाद तुलसीदास काशी चले गए। वहां उन्होंने 15 साल तक वेद-वेदांगों का अध्ययन किया।