BJP नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधने के बाद देश की सियासत और गरमा गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा कि अमित शाह को सरकार गिराने से फुर्सत नहीं है? वह तो कोरोना के इस संकट काल में भी इसी काम में मग्न रहते हैं कि कहां किस राज्य की सरकार गिरानी है।

अमित शाह बस बोलने के लिए बोल देते हैं

अशोक गहलोत ने अमित शाह को याद दिलाते हुए कहा है कि तिब्बत के लोगों को हमने ऐसे समय में अपने देश में जगह दी थी जब हम दुनिया के सामने कहीं भी नहीं थे। गहलोत ने इंदिरा गांधी के दौर की भी याद दिलाई जब भारत ने सिक्किम का विलय उस समय करवा लिया था जब चीन हमारे सबसे ज़्यादा खिलाफ था। गहलोत ने कहा कि जब राहुल गांधी कुछ पूछते हैं तब शाह के पास जवाब देने के लिए कुछ भी नहीं बचता अमित शाह को बस कुछ बोलना होता है इसलिए कुछ भी बोल देते हैं। 

सवाल पूछना विपक्ष का अधिकार

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि विपक्ष अगर सवाल करे तो इसका मतलब यह नहीं है कि वो देश के साथ नहीं है। गहलोत ने कहा कि चीन के मसले पर कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से सरकार के साथ है। लेकिन जब सरकार अपने मार्ग से भटक जाती है। तब जनता की ओर से मोर्चा संभालने की ज़िम्मेदारी विपक्ष की होती है। सरकार से सवाल पूछना ही विपक्ष की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारियों में से एक है। गहलोत ने कहा कि सरकार की कार्य प्रणाली पर सवाल पूछना लोकतंत्र में विपक्ष का अधिकार होता है।