फिक्स था IPL 2022 का फाइनल मैच, BJP सांसद के ट्वीट से हड़कंप, जय शाह की भूमिका पर उठे सवाल
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है की खुफिया एजेंसियों के अनुसार IPL 2022 में मैच फिक्सिंग हुई है, लेकिन BCCI में अमित शाह के बेटे जय शाह कि मौजूदगी के कारण इस संबंध में जांच नहीं होगी
नई दिल्ली। बीजेपी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने IPL 2022 को लेकर बड़ा दावा किया है। बीजेपी सांसद के मुताबिक आईपीएल का फाइनल मैच फिक्स था। उन्होंने मैच फिक्सिंग के लिए सीधे तौर पर गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पर निशाना साधा है। स्वामी ने कहा है कि मैच फिक्सिंग को लेकर जांच की जरूरत है।
बीजेपी सांसद ने एक ट्वीट में लिखा है कि, 'खुफिया एजेंसियों में व्यापक भावना है कि टाटा आईपीएल क्रिकेट के परिणामों में धांधली की गई थी। इसके लिए जांच की आवश्यकता है और जांच के लिए जनहित याचिका दायर करने की जरूरत है। सरकार जांच नहीं करेगी क्योंकि अमित शाह का बेटा बीसीसीआई का तानाशाह है।'
There is widespread feeling in intelligence agencies that the Tata IPL Cricket outcomes were rigged. It may require a probe to clear the air for which PIL may be necessary since Govt will not do it as Amit Shah’s son is defacto dictator of BCCI
— Subramanian Swamy (@Swamy39) June 2, 2022
दरअसल, आईपीएल 2022 का फाइनल मुकाबला गुजरात और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया। टॉस जीतकर राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। जबकि क्रिकेट एक्सपर्ट्स का स्पष्ट मानना था कि इस मैदान पर पहले गेंदबाजी करने वाली टीम के जीतने की संभावना सर्वाधिक है। बावजूद संजू सैमसन ने टॉस जीतते ही पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया।
पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स की टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट गंवाकर महज 130 रन बनाये। गुजरात ने आसानी से ये मैच 7 विकेट से जीतकर अपने पहले ही सीजन में विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया। मैच खत्म होते ही सोशल मीडिया यूजर्स फिक्सिंग की आशंका जताने लगे। ट्विटर पर फिक्सिंग टॉप ट्रेंड भी रहा। हालांकि, BCCI की ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई।
Gujrat is winning an IPL in Gujrat with a Gujrati captain in NaMo Stadium
— Sarthak (@Sarthag11) May 29, 2022
If this is not fixing then what is
Wah Modiji wah#acchedin
दर्शकों का कहना है की ये महज इत्तेफाक नहीं हो सकता कि गुजरात की टीम, जिसका कप्तान (हार्दिक पांड्या) भी गुजराती हो वह गुजरात के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आयोजित फाइनल मैच का हिस्सा बने और जीत दर्ज करे। बीसीसीआई के सेक्रेटरी जय शाह जो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे हैं वह भी गुजराती हैं, इसलिए उनकी भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।
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इसका कारण यह है कि यह मैच ऐसे समय में हुई जब गुजरात में चुनाव होने हैं। दर्शकों में वीआईपी गेस्ट के रूप में गृहमंत्री अमित शाह मौजूद थे जो गुजरात की टीम को चीयर्स कर रहे थे। गृहमंत्री होने के नाते लोगों को उनसे न्यूट्रल रहने की उम्मीद थी। इतना ही नहीं जय शाह भी गुजरात को चीयर्स कर रहे थे और जीत के बाद जश्न भी मनाते दिखे। हालांकि, बतौर बीसीसीआई सेक्रेटरी पेशेवर तौर पर उन्हें भी न्यूट्रल रहना चाहिए था।
Is this the way a BCCI official should celebrate on a individual team's victory, where is professionalism and neutrality.
— Aaradhya Prajapati (@Aaradhya_2003) May 29, 2022
Looks like it was all previously fixed. #fixing
Never gonna support this fraud team ever in my life. No joy in IPL this time most boring IPL final.#fixing pic.twitter.com/Z6WbOIuy9Q
मैच फिक्सिंग के आरोपों के बीच बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने दो दिन पहले अपने पद से इस्तीफे का भी संकेत दिया। हालांकि, इसके तत्काल बाद जय शाह मीडिया के सामने आए और उन्होंने इस बात से साफ इंकार किया कि गांगुली बीसीसीआई छोड़ रहे हैं। इस घटना को भी फिक्सिंग से जोड़कर देखा जा रहा है। बहरहाल, मैच फिक्सिंग हुई या नहीं ये तो जांच का विषय है, लेकिन दर्शक पूरे यकीन के साथ तर्क दे रहे हैं की फिक्सिंग हुई है।