Chattisgarh: स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही बच्चों को पोलियो ड्रॉप की जगह पिलाया गया आइस बैग का पानी

नक्सल प्रभावित चिंतलनार इलाके के एल्मागुंडा गांव में बच्चों को पोलियो दवा की जगह आइस बैग का पानी पिला दिया गया। इंटरनेट मीडिया पर इसकी तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही है।

Publish: Mar 04, 2024, 05:23 PM IST

सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। नक्सल प्रभावित चिंतलनार इलाके के एल्मागुंडा गांव में बच्चों को पोलियो दवा की जगह आइस बैग का पानी पिला दिया गया। इंटरनेट मीडिया पर इसकी तस्वीरें बहुप्रसारित हो रही है। मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। मामले की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग व महिला बाल विकास विभाग की टीम एल्मागुंडा के रवाना हुई है। विभाग का दावा है कि तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ की गई है।

दरअसल, रविवार को प्लस पोलियो अभियान के अंतर्गत जिले में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। एल्मागुंडा गांव में बच्चों को पोलियो ड्राप्स पिलाने की जिम्मेदारी मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को दी गई थी। यहां 40 बच्चों को दवा पिलाया जाना था, लेकिन बच्चों को पोलियो दवा की जगह आइस बैग का पानी पिलाया गया। इंटरनेट मीडिया पर इसकी तस्वीरें बहुप्रसारित होने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। मामले के जांच के लिए अधिकारियों को एल्मागुंडा भेजा गया है। सीएमएचओ डा. महेश शांडिया ने बताया कि जो तस्वीरें आई हैं, वह शरारती तत्वों का कारनामा हो सकता है। जांच के लिए टीम गांव में भेजी गई है। जांच के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। हमारा विभाग लोगों के स्वाथ्य्य के लिए गंभीर है।

हालांकि इंटरनेट मीडिया पर एल्मागुंडा गांव की एक अन्य तस्वीर भी प्रसारित हो रही है, जिसमें मितानिन व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों को पोलियों की दवा पिलाती हुई दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि गांव में सभी 40 बच्चों को पोलियों की दवा पिलाई गई है।

बता दें आइस बैग का पानी काफी खतरनाक होता है। इसमें सिर्फ पानी नहीं होता है, बल्कि कुछ रासायिनक तत्व भी होते हैं। इससे बच्चों को फूड पाइजनिंग की शिकायत हो सकती है।