मौसम के गलत पूर्वानुमान के कारण बर्बाद हुई किसानों की फसल, मौसम विभाग के खिलाफ कोर्ट जाएंगे किसान

भारतीय किसान संघ ने किया दावा, मौसम विभाग के गलत पूर्वानुमान का किसानों ने भुगता खामियाजा, मौसम विभाग का जवाब, मौसम की सही जानकारी के लिए सही स्त्रोत का सहारा नहीं ले रहे किसान

Updated: Aug 19, 2021, 03:14 AM IST

उज्जैन। मालवा क्षेत्र में हाल ही में हुई बारिश ने किसानों की फसलों पर बड़ी चोट पहुंचाई है। ऐसे में क्षेत्र के किसान अब मौसम विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि मौसम विभाग के गलत पूर्वानुमानों के कारण ही उनकी फसल बर्बाद हुई है, लिहाज़ा वे मौसम विभाग के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। 

हालांकि मौसम विभाग ने किसानों की इस चेतावनी के जवाब में कहा है कि अमूमन मौसम की जानकारी प्राप्त करने के लिए सही स्त्रोत का होना बेहद आवश्यक है। अक्सर लोग सरकार एजेंसी और गैर सरकारी एजेंसियों को लेकर भ्रम हो गया है। पहले इस भ्रम को स्थिति को दूर करने की जरूरत है। 

बुधवार को उज्जैन में भारतीय किसान संघ के मालवा प्रांत के प्रवक्ता भरत सिंह बैस ने मीडिया से बात करते हुए किसानों की फसल पर चोट पहुंचने का मौसम विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि विभाग द्वारा जारी की जा रही ज्यादातर भविष्यवाणियां फेल हो रही हैं। किसान मौसम के पूर्वानुमान के बाद ही अपनी फसल की बुआई करते हैं। लेकिन मौसम विभाग के गलत अनुमान के कारण कई दिनों किसानों को और उनकी फसल को काफी नुकसान पहुंच रहा है।

आईएमडी भोपाल के एक अधिकारी के मीडिया में प्रकाशित बयान के मुताबिक किसानों को मौसम के पूर्वानुमान के लिए सही स्त्रोत एकत्रित करने चाहिए। निजी एजेंसियों के पूर्वानुमानों पर आंखें बंद कर भरोसा नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही अधिकारी ने मीडिया से भी मौसम की जानकारी देते समय सतर्कता बरतने की अपील की।