मॉस्को आतंकी हमले में अब तक 143 लोगों की मौत, पुतिन बोले- हमलावरों को कड़ी सजा दी जाएगी

राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने कहा कि हमलावरों ने यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश की। सभी को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।

Updated: Mar 24, 2024, 09:40 AM IST

मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को में क्रोकस सिटी हॉल पर हुए आतंकी हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 143 हो गई है। हमले के लगभग 24 घंटे के बाद शनिवार को राष्ट्रपति पुतिन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने 24 मार्च को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। पुतिन ने कहा कि हमलावरों ने यूक्रेन की तरफ भागने की कोशिश की। सभी को पकड़ लिया गया है, उन्हें कड़ी सजा दी जाएगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक रूस ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 4 हमलावर हैं और 7 लोग उनकी मदद करने वाले बताए गए हैं। बताया जा रहा है कि चार संदिग्ध सफेद रंग की कार में भागने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें रूस-यूक्रेन बॉर्डर से पकड़ा गया। सभी को मॉस्को ले जाया जा रहा है।

रुसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जांच एजेंसियों ने बताया है कि आतंकी हमला पूरी प्लानिंग के साथ हुआ। हमलावरों के लिए पहले से ही क्रोकस सिटी हॉल में हथियार छिपाकर रखे हुए थे। जांच अभी जारी है। हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एक कथित हमलावर अपना गुनाह कबूल कर रहा है। वो पूरी प्लानिंग के बारे में बता रहा है। हमलावर इस योजना के साथ आए थे कि वो हमला कर यूक्रेन की तरफ भागेंगे। 3 हमलावरों को तस्वीर भी जारी की गई है।

भारतीय नेताओं ने भी इस वीभत्स हमले को लेकर दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि हम मॉस्को में हुए आतंकवादी हमले की निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। दुख की इस घड़ी में भारत, रूस की सरकार और लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मॉस्को में हुए कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले से प्रभावित पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं हिंसा के इस जघन्य कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं और रूस के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा हूं।

बता दें कि पुतिन 18 मार्च को 5वीं बार रूस के राष्ट्रपति बने और 5 दिन बाद ही यह बड़ा आतंकी हमला हुआ। रूस ने हमले में यूक्रेन का हाथ होने का शक जताया है।  रूस के पूर्व राष्ट्रपति और नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरपर्सन दिमित्री मेदवेदेव ने कहा कि रूस खून का बदला खून से लेगा। आतंकवादी सिर्फ आतंक की भाषा ही समझते हैं। जब तक बल का मुकाबला बल से नहीं किया जाता और आतंकवादियों की मौत के साथ-साथ उनके परिवारों पर कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक किसी भी जांच का कोई मतलब नहीं।