कल से तीन दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे प्रदेश के 19 हजार पटवारी, 25 साल से वेतन नहीं बढ़ने से नाराज

मध्य प्रदेश के पटवारी 23 अगस्त से तीन दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान लोगों के जमीन संबंधी काम अटक जाएंगे। मांगे नहीं माने जाने पर पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी जा सकते हैं।

Updated: Aug 22, 2023, 04:18 PM IST

Image courtesy-  Naidunia
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भोपाल। मध्य प्रदेश के राजस्व विभाग के लिए काम करने वाले 19 हजार पटवारी सरकार से लंबे समय से नाराज चल रहे हैं। पटवारियों ने अपनी मांग नहीं माने जाने के कारण अब तीन दिन की हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। 23 अगस्त से सभी जिलों के पटवारी 3 दिन की हड़ताल पर चले जाएंगे। जिससे प्रदेश भर में जमीन के नामांतरण, वेब जीआई समेत अन्य कार्य रुक सकते हैं। 

मध्य प्रदेश के पटवारी वेतन में वृद्धी, पदोन्नति, समयमान को लेकर लंबे समय से मध्य प्रदेश सरकार से नाराज चल रहे हैं। अब सभी जिलों के पटवारियों ने 3 दिवसीय हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। यह हड़ताल 23 अगस्त से शुरु होगी और 26 अगस्त तक चलेगी। जानकारी के मुताबिक 26 अगस्त को सभी पटवारी भोपाल एकत्रित होकर अटल पथ से मुख्यमंत्री निवास तक रैली निकालेंगे। इसके बाद भी यदि मांगे नहीं पूरी होतीं तो 28 अगस्त से कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। 

मध्य प्रदेश पटवारी संघ के भोपाल जिला अध्यक्ष संदीप ने बताया कि देश में पटवारियों को वर्ष 1998 में तय किए गए वेतनमान के अनुसार ही 2023 में भी वेतन दिया जा रहा है। बीते 25 सालों में प्रदेश के पटवारियों के वेतन में कोई वृद्धि नहीं हुई है। जबकि पटवारियों से पूरे सेवाकाल में कार्य लेने वाले राजस्व विभाग एवं उनकी पदस्थापना वाले भू-अभिलेख विभाग के सभी पदों (राजस्व निरीक्षक, नायब तहसीलदार, सहायक अधीक्षक भू अभिलेख, तहसीलदार, अधीक्षक भू-अभिलेख) के वेतन में कई बार बढ़ोतरी की गई है। 

संदीप ने बताया कि, सोमवार को हमने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर, सभी शासकीय व्हाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट होना शुरू कर दिया है। 26 अगस्त को मध्य प्रदेश के 19000 पटवारी भोपाल आएंगे।  यहां अटल पथ से मुख्यमंत्री निवास तक रैली निकालेंगे।

गौरतलब है कि प्रदेशभर के पटवारी वेतनमान ग्रेड पे 2800 रुपए करने, पदोन्नति, समयमान वेतनमान, भत्तों की चार सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन पर जाने की तैयारी कर चुके हैं। पटवारी संघ के अनुसार यदि उनकी मांगे फिर भी पूरी नहीं हुईं तो वे तीन दिन की हड़ताल को 28 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल में बदल देंगें। ऐसे में लोगों के जमीन संबंधी काम वेब जीआई और नामांतरण आदि रुक जाएंगे।