कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से की चीफ़ सेक्रेटरी की सेवा वृद्धि निरस्त करने की मांग, चुनाव में गड़बड़ी की जतायी आशंका

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में मिली हार से बीजेपी के लोग डरे हुए हैं, इसलिए उन्होंने मुख्य सचिव की छह माह के लिए और सेवावृद्धि बढ़ा दी गई है। जिससे आगामी चुनाव को प्रभावित किया जा सके।

Updated: May 29, 2023, 07:41 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैंस की सेवावृद्धि आदेश विवादों में है। कांग्रेस ने बैंस को फिर से चीफ सेक्रेटरी बनाए जाने को लेकर मोर्चा खोल दिया है। नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने सनसनीखेज आरोप लगाते हुए दावा किया कि चुनाव के गड़बड़ी करने के लिए बैंस का कार्यकाल बढ़ाया गया है। सिंह ने इस मामले में निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर बैंस की सेवावृद्धि निरस्त करने की मांग की है।

दरअसल, हाल ही में सीएम शिवराज की गुजारिश पर केंद्र सरकार ने मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस का कार्यकाल दूसरी बार बढ़ाया है। इस फैसले के विरुद्ध नेता प्रतिपक्ष डॉ सिंह ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखा है। CEC को संबोधित पत्र में डॉ सिंह ने लिखा, "चीफ सेक्रेटरी इकबाल सिंह बैंस की 2022 में सेवानिवृत्ति के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के बहुत से महत्वपूर्ण और काबिल आईएएस अधिकारियों को दरकिनार करते हुए छह माह की सेवावृद्धि दिलाई। वर्तमान में मुख्य सचिव बैंस का कार्यकाल 31 मई 2023 तक नियत होने के बाद फिर 10 नवंबर तक के लिए सेवावृद्धि बढ़ा गई है, केंद्र सरकार ने 17 मई को इस संबंध में आदेश में जारी कर दिया है। जबकि नियम यह है कि किसी भी अधिकारी को सेवानिवृत्ति के बाद सेवावृद्धि विशेष परिस्थितियों में ही किया जाना है।"

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नेता प्रतिपक्ष ने आगे लिखा, "मुख्य सचिव इकबाल बैंस की सेवावृद्धि लगातार छह-छह माह के लिए दो बार कराने का कोई विधिसम्मत आधार नहीं है। कर्नाटक चुनाव में मिली हार से बीजेपी के लोग डरे हुए हैं, इसलिए उन्होंने मुख्य सचिव की छह माह के लिए और सेवावृद्धि बढ़ा दी है। जिससे आगामी चुनाव को प्रभावित किया जा सके।" उन्होंने निर्वाचन आयोग से मांग करते हुए कहा कि मुख्य सचिव की सेवावृद्धि को रद्द किया जाए।

डॉ गोविंद सिंह ने बताया कि पत्र के बाद भी निर्वाचन आयोग ने यदि मुख्य सचिव को नहीं हटाया तो कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल मुलाकात करेगा। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इकबाल सिंह बैंस चीफ सेक्रेटरी रहेंगे तो चुनाव में धांधली होने की संभावना है। इसीलिए कई सीनियर IAS अफसर को दरकिनार कर चुनाव में गड़बड़ी करने के लिए इकबाल सिंह बैस को फिर से चीफ सेक्रेटरी बनाया गया है।