10 साथियों की मौत पर बांधवगढ़ के हाथियों का गुस्सा, तीन लोगों को कुचला, दो की मौत

उमरिया में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के चंदिया वन परिक्षेत्र में हाथियों ने 3 लोगों को कुचल दिया। इनमें 2 लोगों की मौत हो गई। एक युवक गंभीर रूप से घायल है।

Updated: Nov 02, 2024, 03:59 PM IST

उमरिया। मध्य प्रदेश के उमरिया जिले से बड़ी खबर है। यहां बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शनिवार को हाथियों ने आतंक मचा दिया। गुस्साए हाथियों ने 3 लोगों को कुचल दिया। इनमें से 2 की मौके पर दर्दनाक मौत हो गई। जबकि एक अन्य की हालत गंभीर है। 

घटना शनिवार सुबह एनएच-43 से लगे देवरा गांव की है। ये गांव उस सलखनिया गांव से महज 4 किलोमीटर दूर है, जहां पिछले 3 दिन में 10 हाथियों की मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 8 बजे 3 हाथी घुसे। हाथियों को देखते ही हड़कंप मच गया। नदी किनारे घूम रहे 62 वर्षीय रतन यादव हाथी के पैरों की चपेट में आ गए। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। 

वहीं, बगदरी तलैया के पास भैरव कोल (35) को भी हाथी ने कुचल दिया, उसने मौके पर ही दम तोड़ा। हाथियों ने चंदिया कॉलेज के पास 2 गाड़ियों को और गांव के खेत में बनी मचान को क्षतिग्रस्त किया। ग्रामीण मालू साहू खेत में धान की कटाई करते समय हाथी के चपेट में आकर घायल हो गए। घटना के बाद वन अमला लोगों से जंगल में न जाने की अपील कर रहा है।

समान वन मंडल के उपवन मंडल अधिकारी कुलदीप त्रिपाठी ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद से ही चंदिया, नौरोजाबाद और उमरिया फॉरेस्ट रेंज की टीम मौके पर पहुंच गई है। 50 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों को तैनात कर दिया गया है। हाथियों की ट्रैकिंग की जा रही है। 3 हाथी बताए जा रहे हैं, जिनकी सर्चिंग जारी है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को भी सूचना दे दी गई है।

बता दें कि बांधवगढ़ नेशनल पार्क में इस हफ्ते तीन दिन में 10 हाथियों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि 13 हाथियों का एक समूह था, जिनमें दस की संदिग्ध मौत हो गई। इससे शेष तीन हाथियों में गुस्सा देखा जा रहा है और इसी का परिणाम आसपास के ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। वन विभाग की टीम मौत का वास्तविक कारण पता नहीं लगा सकी है। महकमा प्रारंभिक रूप से कोदो की फसल को ही जिम्मेदार मान रहा है। हाथियों में कोदो से जहर फैलने की आशंका के चलते अब विभाग इस फसल को ही नष्ट करा रहा है।