नूंह की तरह MP में भी दंगे कराने की योजना बना रही है बीजेपी, विधिक विमर्श कार्यक्रम में बोले दिग्विजय सिंह 

2018 में विवेक तन्खा ने कांग्रेस के समर्थन में हजारों वकील खड़े किए। तब हमने सरकार बनाई थी। एक बार फिर सबसे ज्यादा वकील जुड़े हैं। जिससे उम्मीद है कि हम पूर्ण बहुत से सरकार बनाएंगे: दिग्विजय सिंह

Updated: Aug 19, 2023, 06:37 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सत्ताधारी दल बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सिंह ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव से पूर्व भाजपा मध्य प्रदेश में सांप्रदायिक दंगे कराने की योजना बना रही है। सिंह ने भोपाल में वकीलों को संबोधित करते हुए कहा भारतीय जनता पार्टी की योजना हरियाणा के नूंह की तरह मध्य प्रदेश में भी दंगे कराने की है। उन्होंने कहा कि इस बार हम पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे और अब हमें कोई छोड़ कर नहीं जाएगा। 

दरअसल, विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस सभी वर्गों को साधने की कोशिश में जुटी है। शनिवार राजधानी भोपाल में शनिवार को प्रदेशभर के वकीलों का बड़ा कार्यक्रम विधिक विमर्श का आयोजन किया गया। भोपाल के बीएसएस कॉलेज में आयोजित इस 'विधिक विमर्श' कार्यक्रम में पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने प्रदेशभर के वकीलों की समस्याएं सुनी। इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2018 में विवेक तन्खा ने कांग्रेस के समर्थन में हजारों वकील खड़े किए। तब हमने सरकार बनाई थी। एक बार फिर सबसे ज्यादा वकील जुड़े हैं। जिससे उम्मीद है कि हम पूर्ण बहुत से सरकार बनाएंगे।

कार्यक्रम में पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शिवराज सरकार को घेरते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं बची है। अबकी बार भ्रष्टाचार की व्यवस्था से हमारा मुकाबला होगा। प्रदेश में युवाओं को रोजगार मिलने की सिर्फ घोषणाएं होती हैं। झूठ के आश्वासन से जनता का पेट नहीं भरता। आगामी विधानसभा चुनाव मध्यप्रदेश का भविष्य तय करेगा।
इस दौरान वकीलों ने कांग्रेस नेताओं से सरकार बनने पर एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने, पेंशन स्कीम शुरू करने, हेल्थ इंश्योरेंस, स्टायपेंड बढ़ाने और सभी बार एसोसिएशन के बिजली बिल माफ करने की मांग की। 

कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा, 'मैंने पहली बार इतना बड़ा अधिवक्ता सम्मेलन देखा। जिसमें वकीलों ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया है। आज संविधान पर हमला हो रहा है। उसकी आपको रक्षा करनी है। जिस प्रकार हनुमान जी भगवान राम की रक्षा करते हैं। वैसे ही आपकी जिम्मेदारी है कि आप संविधान की रक्षा करें। हमारा प्रयास रहेगा कि हम आपकी मांगों को अपनी घोषणापत्र में शामिल करें और सरकार बनने के बाद उन्हें पूरा करें।'

इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने मंच से वकीलों से जुड़ी मांगे रखते हुए कहा, 'वकालत अब सबसे पसंदीदा पेशा हो गया है। युवा इस पेशे में आ रहा है। मध्य प्रदेश में 1 लाख 35 वकील हैं। ये वकील किसी भी पार्टी के लिए भाग्यविधाता हैं। कमलनाथ जी, दिग्विजय जी आप वकीलों को चुनाव में प्राथमिकता दीजिए। हमारी पांच मुख्य मांगें हैं। सरकार बनने पर इन्हें पूरा कीजिए।'


वकीलों की मुख्य मांगे

1.एडवोकेट वेलफेयर एंड प्रोटेक्शन एक्ट लाया जाए, ओल्ड एज पेंशन की व्यवस्था करें।
2. सहयोग राशि बार काउंसिल और एसोसिएशन को दें।
3. नए वकीलों को कम से कम 3 साल तक स्टायपेंड मिले।
4. वकीलों के स्वास्थ्य सुविधा और खर्च की व्यवस्था की जाए। वकील परिवार के स्वास्थ्य की चिंता करें।
5. वकीलों के कोर्ट परिसर के चैंम्बर और कमरों के बिजली बिल का खर्च सरकार उठाए।