300 गायों को हांकते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे कांग्रेस विधायक, गाय के नाम पर राजनीति करने वालों को दी नसीहत

कमलनाथ सरकार में करोड़ों रुपए खर्च कर निराश्रित गोवंश के लिए गौशालाएं बनाई गई थी, ताकि गोवंश सड़कों पर न घूमें, लेकिन BJP सरकार में गौ माता लावारिश घूमने को मजबूर हैं: बाबू जंडेल

Updated: Jan 14, 2024, 03:49 PM IST

श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर से एक दिलचस्प मामला सामने आया है। यहां कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल ने गौ शालाओं के बंद रहने के चलते गांव और सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों को लेकर अफसरों के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन किया। वे मवेशियों को हांकते हुए शुक्रवार को क्षेत्र के किसानों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने अफसरों को चेतावनी दी कि कि अगर इनके लिए किसी तरह का प्रबंध नहीं होता है, तो आवारा मवेशियों को लेकर अगली बार सीधे कलेक्टर कार्यालय में घुसूंगा और कलेक्ट्रेट में इन गायों को छोड़कर गेट पर ताला लगा दूंगा।

कांग्रेस विधायक जंडेल शनिवार दोपहर को सड़क पर घूम रहे गोवंश को शहर के अलग-अलग चौक पर घुमाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। उन्होंने यहां मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार के समय प्रदेश के साथ श्योपुर जिले में भी कई गोशालाओं का निर्माण किया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने सत्ता में आते ही इन गोशालाओं को बंद कर दिया।

कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल किसानों के साथ हाथ में लाठी लेकर शहर की सड़कों पर करीब 300 मवेशियों को हांकते हुए करीब 6 किलोमीटर पैदल लेकर विरोध जताने के लिए श्योपुर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे थे।विधायक बाबू जंडेल ने जिम्मेदार अफसरों पर गौ माता के नाम पर जारी सरकारी राशि में भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया। बाबू जंडेल ने कहा कि कमलनाथ सरकार में करोड़ों रुपए खर्च कर निराश्रित गोवंश के लिए गौशालाएं बनाई गई थी, ताकि गोवंश सड़कों पर न घूमें, लेकिन BJP की सरकार में गौ माता लावारिश घूमने को मजबूर हैं। इन पर अत्याचार हो रहा है।

विधायक बाबू जंडेल ने कहा कि सियासत करने बाली BJP कमलनाथ सरकार में बनी गौशालाओं के नाम अपने नेताओं के नाम पर रख लें। BJP गौ माता को सड़कों पर लोगों की लाठी डंडे खाने से बचने के लिए कोई कानून भी बनाए। कांग्रेस विधायक ने धर्म और गाय के नाम पर राजनीति करने वाली BJP को नसीहत देते हुए कहा कि BJP सिर्फ अपनी सियासत के लिए सड़कों पर घूमने वाली गौ माताओं का इस्तेमाल न करें।