सतना में दलित महिला सरपंच को दबंगों ने लाठियों से पीटा, पंचायत विकास मंत्री का करीबी है आरोपी
मैहर के नादन देहात थाना अंतर्गत ग्राम जरियारी में ग्राम सभा के दौरान दलित महिला सरपंच को दबंगों ने लाठियों से पीटा, पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं, आरोपी पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री का करीबी है

सतना। मध्य प्रदेश में दलितों के साथ अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ रहे हैं। सतना जिले के मैहर में शुक्रवार को एक दलित महिला सरपंच को दबंगों ने लाठियों से पीटा। हैरानी की बात ये है कि पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर उसी दिन छोड़ भी दिया। बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री का करीबी है।
मामला मैहर के नादन देहात थाना अंतर्गत ग्राम जरियारी का है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यहां शासन के निर्देशानुसार शुक्रवार को ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। ग्रामसभा में स्थानीय दबंग चंद्रप्रकाश उर्फ छोटू पटेल अपने साथियों के साथ आ धमका। चंद्रप्रकाश पटेल यहां नवनिर्वाचित सरपंच ललिता बौद्ध को गाली गलौज करने लगा। सरपंच ने जब इसका विरोध किया तो आरोपी उन्हें लाठियों से पीटने लगे।
A #Dalit woman Sarpanch and other elected representatives of Jariyari panchayat in Satna district of MP were allegedly assaulted by goons on 19 August. @digvijaya_28@alishan_jafri @thealokputul @HansrajMeena @ShyamMeeraSingh @ambedkariteIND pic.twitter.com/UrEwP6FQwz
— Vishnukant (@vishnukant_7) August 20, 2022
इस दौरान बीच बचाव में दलित समुदाय के कई महिला पुरुष वहां आ गए। चंद्रप्रकाश के साथियों ने बीच बचाव में आए लोगों की भी पिटाई कर दी। घटना को लेकर दलित समुदाय के लोगों ने आक्रोश व्यक्त की तो पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया। हालांकि, उसी दिन आरोपियों को एसडीएम कोर्ट में पेश कर जमानत दे दी गई।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने कस्टडी की मांग भी नहीं की थी। आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 353, 332 व अन्य के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन उन्हें एसडीएम कोर्ट में धारा 151 के तहत पेश किया गया। सूत्रों के मुताबिक आरोपी चंद्रप्रकाश पटेल बीजेपी नेता व पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री रामखेलावन पटेल का करीबी है। मंत्रीजी के साथ उसकी तस्वीरें भी सामने आई है। ऐसे में अब पुलिस कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस पर बीजेपी नेताओं का दबाव है, इसीलिए पटेल को छोड़ा गया।