मालेगांव बम ब्लास्ट केस में व्यस्त हूं, इसलिए चुनाव प्रचार से मैं दूर थी: प्रज्ञा ठाकुर

मालेगांव बम ब्लास्ट केस की आरोपी भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वह पिछले दो महीने से मुंबई में थीं क्योंकि मालेगांव ब्लास्ट केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल था है और प्रतिदिन उन्हें कोर्ट जाना होता है।

Updated: Dec 01, 2023, 03:05 PM IST

भोपाल। मालेगांव बम ब्लास्ट केस की मुख्य आरोपी व भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर शुक्रवार को भोपाल में मीडिया से मुखातिब हुई। विधानसभा चुनाव प्रचार से दूर रहने को लेकर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वह मालेगांव बम ब्लास्ट केस में व्यस्त हैं, इसलिए पार्टी के लिए प्रचार नहीं कर रहीं थीं। हालांकि, उन्होंने मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने का दावा किया है और कहा कि पार्टी इस बार डेढ़ सौ से अधिक सीटें लाएगी।

विधानसभा चुनाव के दौरान नजर न आने के सवाल पर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा भाजपा पार्टी को मालूम है कि मैं कहां हूं। झूठा केस लगाकर मुझे 9 वर्षों तक जेल में रखा गया। उस केस के अंतर्गत मैं लगातार 2 महीने से मुंबई में हूं और प्रतिदिन कोर्ट अटेंड कर रही हूं। हमारा केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में है। इसलिए मुझे प्रतिदिन वहां रहना होता है। प्रज्ञा ठाकुर ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग इसमें भी षड्यंत्र कर रहे हैं कि मैं उनको यहां बुला लूं और वहां कोर्ट में गड़बड़ करवा दें ताकि कि ये मजे लेते रहें।

प्रज्ञा ने आगे कहा कि हमारे संगठन को मालूम है कि मैं कौन से संघर्ष में लगी हूं। हमारा संगठन यहां अपने काम कर रहा है। लोगों ने मुझसे कहा कि आप निश्चिंत रहिए यहां हम सब लगेंगे और आप अपना कर्तव्य निभाईए। आप मुंबई में रहिए अपने केस को देखिए। बाकी हम सब लोग देख लेंगे। उन्होंने कहा कि मालेगांव ब्लास्ट केस आगे बढ़ेगा और हम निश्चित रूप से उसमें विजय प्राप्त करेंगे। हमारे यहां कहा गया है सत्यमेव जयते.... इसे हम सार्थक करेंगे। राष्ट्र के उत्थान में यह विषय बहुत महत्वपूर्ण है।

उमा भारती द्वारा अवैध खनन को लेकर दिए गए बयान पर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई अवश्य होना ही चाहिए। नियम के अंतर्गत ही काम होना चाहिए। पटवारी की हत्या हुई है। उनके परिवार के प्रति मैं संवेदना रखती हूं। वे एक मिलिट्री मैन थे उनके प्रति हम संवेदना रखते हैं। अवैध खनन में पहले भी कई अधिकारियों को मारा गया। इस पर कठोर कार्रवाई होना चाहिए और कठोर दंड मिलने की कार्रवाई होनी चाहिए।