MP: खाद्य मंत्री के जिले में सड़ गए 12 हजार बोरी चावल, गरीबों को बांटने की थी तैयारी

अनूपपुर में फूड ऑफिसर ने वेयर हाउस का निरीक्षण करने के बाद बताया कि करीब 12 हजार बोरियां चावल खराब हुई हैं, ये चावल खाने योग्य नहीं है, शिकायत मिली थी कि सड़ा हुआ चावल बांटने की तैयारी चल रही है

Updated: Aug 06, 2022, 07:38 AM IST

अनूपपुर। मध्य प्रदेश के खाद्यमंत्री बिसाहुलाल सिंह के गृहजिले अनूपपुर में 12 हजार बोरी चावल वेयर हाउस में रखा रखा सड़ गया है। बताया जा रहा है कि ये चावल पिछले तीन साल से स्टॉक में रखा था। देखरेख के अभाव में चावल पूरी तरह खराब हो गया। हैरानी की बात यह है कि इस खराब चावल को गरीबों के बीच बांटे जाने की तैयारी की जा रही थी।

अनूपपुर की फ़ूड इंस्पेक्टर सीमा सिन्हा ने इस वेयर हाउस का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद फूड इंस्पेक्टर सीमा सिन्हा ने बताया कि करीब 12 हजार बोरियां खराब हुई हैं।।ये चावल खाने योग्य नहीं है। विभाग को शिकायत मिली थी कि सड़ा चावल बांटने की तैयारी चल रही है। वहीं, अनूपपुर जिले के विधायक सुनील सराफ ने आरोप लगाया कि यहां खाद्य विभाग में भारी भ्रष्टाचार हो रहा है।

यह भी पढ़ें: दफ्तर दरबारी: किसके वादे पर मारा गया मध्‍यप्रदेश का यह आईएएस

रिपोर्ट्स के मुताबिक के मुताबिक, बीते तीन वर्षों से वेयर हाउस बिजुरी के गोदाम में करीब 640 टन चावल भंडारित किया गया था। ये चावल देखरेख ना होने की वजह से खराब हो गया। विभाग उसे शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर भेजने की तैयारी कर रहा था। सूचना मिलने पर स्थानीय प्रशासन अलर्ट हुआ और कलेक्टर ने पत्र जारी कर खराब चावल की जांच करने के लिए टीम भेजी। ये चावल कोतमा ब्लॉक के शुभ वेयर हाउस में रखा था। मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने इसे सील कर दिया है। 

बताया गया कि चावल को बिजुरी के शुभ वेयर हाउस में साल 2017-18 और 2018-19 में भंडारित किया गया था। मगर, CMR चावल का समय पर उठाव नहीं किया गया, जिसके कारण गोदाम में भंडारित 4 स्टेक करीब 640 टन चावल पूरी तरह से खराब हो चुका है। इस 4 स्टेक में से 2 स्टेक चावल खाने योग्य ही नहीं बचा है। नागरिक आपूर्ति विभाग सड़े हुये चावल के अपग्रेडेशन करने की तैयारी में जुट गया था, जिसके बाद कलेक्टर ने मामले को संज्ञान में लिया और अधिकारियों की जांच करने का आदेश दिया।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जिले में लगातार मनमानी और गुणवत्ता विहीन चावल को जमा कराने के कारनामे किसी से छिपे नहीं हैं। यहां मिलरों के साथ मिलीभगत कर गरीबों की थाली में अमानक चावल की खेप पहुंचा कर गड़बड़ी की जा रही है। बताते हैं कि केंद्र प्रभारी और ट्रांसपोर्टर के बीच विवाद में ये चावल सड़ गया है।