महाकाल के प्रसाद के नाम पर धोखाधड़ी, 260 रुपए किलो का लड्डू साढ़े चार हज़ार में बिकने की शिकायत

फर्जी वेबसाइट के माध्यम से महाकालेश्वर मंदिर का प्रसाद 18 गुना महंगा बिका, उड़ीशा के शख्स की शिकायत पर हुआ खुलासा, मंदिर प्रबंधन ने कहा हम ऑनलाइन नहीं बेचते प्रसाद, होम डिलीवरी से भी इनकार

Updated: Nov 15, 2021, 03:54 PM IST

Photo courtesy: twitter
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उज्जैन। महाकाल मंदिर के प्रसाद के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एक श्रद्धालु ने शिकायत की है। जिसके बाद महाकाल थाने में शिकायत दर्ज कर ली गई है। महाकालेश्वर मंदिर समिति को मिली शिकायत में उड़ीसा के शख्स ने कहा है कि जो प्रसाद महाकाल मंदिर में 260 रुपये किलो का मिलता है, उस प्रसाद को एक वेबसाइट पर करीब 18 गुना महंगे दाम पर बेचा जा रहा है।

यह पहला मौका नहीं है जब इस तरह की शिकायत मिली है। इससे पहले महाकालेश्वर मंदिर की भस्मी विक्रय को लेकर भी धोखाधड़ी की शिकायतें थाने में दर्ज हैं। दरअसल मंदिर आने में असमर्थ लोगों द्वारा आनलाइन ही महाकाल मंदिर का प्रसाद आनलाइन मंगवाया जाता है। यह प्रसाद देश के साथ-साथ विदेशों में भी भक्तों की श्रद्धा का केंद्र हैं। अब फर्जी वेबसाइट के माध्यम से मिलती जुलती साइट बनाकर कई गुना ज्यादा पैसे वसूलकर प्रसाद बेचा जा रहा है। जबकि मंदिर प्रबंधन द्वारा यहां पर प्रसाद नो प्रॉफिट, नो लॉस के तहत ऑफलाइन ही बेचा जाता है।

अब इस मामले की शिकायत आने पर महाकाल मंदिर समिति की ओर से फर्जी श्रीटेंपल वेबसाइट के खिलाफ 420 का केस दर्ज किया गया है। वहीं इस मामले में साइबर सेल की मदद ली जा रही है। साइबर सेल इस फर्जी वेबसाइट के ओनर्स की जानकारी पता लगा रही है। इस फर्जी वेबसाइट में कई जानकारियां छिपाने की कोशिश की गई है, निर्माता से जुड़ी किसी तरह की जानकारी और नाम वेबसाइट पर दर्ज नहीं हैं।

यहां के प्रसाद के प्रति लोगों में अटूट श्रद्धा है। महाकाल मंदिर के प्रसाद को करीब दो साल पहले भोग सर्टिफिकेट प्रदान किया जा चुका है। यहां का प्रसाद बनाते समय साफ सफाई और गुणवत्ता का खास ख्याल रखा जाता है, यहा के प्रसाद को हाइजिन में भी फाइव स्टार रेटिंग प्राप्त है। यहां दाल, घी, शक्कर, ड्रायफ्रूट को सफाई से लाकर साफ करके लड्डू तैयार किए जाते हैं। रोजाना करीब 50 क्विंटल लड्डू तैयार किए जाते हैं।