गुना में शिकारियों ने की तीन पुलिसकर्मियों की हत्या, दिग्विजय सिंह ने पीड़ित परिवारों के लिए की मुआवजे की मांग

यह घटना 3 से 4 बजे के बीच आरोन क्षेत्र के गांव बरखेड़ा और गांव सपा बरखेड़ा के बीच हुई है

Updated: May 14, 2022, 09:56 AM IST

Courtesy:  Ndtv
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आरोन। गुना जिले के आरोन थाना क्षेत्र के अंतर्गत शिकारियों ने तीन पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी है। हमले में पुलिस वाहन का चालक घायल हो गया है, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आरोन थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि कुछ शिकारी काले हिरण का शिकार कर ले जा रहे हैं।

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मौके पर उप निरीक्षक राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव, आरक्षक संतराम की टीम शिकारियों को पकड़ने मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों में मुठभेड़ हुई, जिसमें उप निरीक्षक राजकुमार जाटव, आरक्षक नीरज भार्गव, आरक्षक संतराम की मौके पर ही मौत हो गई और वाहन चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना 3 से 4 बजे के बीच आरोन क्षेत्र के गांव बरखेड़ा और गांव सपा बरखेड़ा के बीच हुई है। पुलिस अपराधियों की जांच में जुटी गई है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपराधियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। 

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घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने उच्चस्तरीय मीटिंग बुलाई है। सीएम शिवराज ने ग्वालियर के आईजी अनिल शर्मा को हटाने का निर्णय लिया है। आईजी अनिल शर्मा देरी से घटना स्थल पर पहुंचे थे। खबरें हैं कि वे केंद्रीय मंत्री के प्रोटोकॉल में बिजी रहते थे। साथ ही मुख्यमंत्री ने शाहिद हुए तीनों पुलिसकर्मियों के परिवार को 1 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता राशि देने और घर पर एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। 

बता दें कि घटनास्थल से काफी भयावह चीज़ें बरामद की गई हैं। बरामद तस्वीरें काफी भयावह है. घटनास्थल में एनकाउंटर जैसा सीन है। देख कर लग रहा है कि पुलिस कर्मियों को नजदीक से गोली मारी गई है। वहीं घटनास्थल से हिरणों के 4 सिर, बिना सिर के दो हिरणें और एक मोर पक्षी का शव मिला है। 

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर इस घटना की निंदा की है। उन्होंने मांग की है कि अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए। पीड़ित परिवारों से संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन से मांग की है कि पीड़ित परिवारों को पर्याप्त मुआवजा, सेवा निवृत्ति तक पूरा वेतन, बच्चों को निशुल्क शिक्षा और एक परिजन को शासकीय अनुकंपा नियुक्ति प्रदान की जाए।

 

नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने भी घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने बिगड़ती हुई कानून व्यवस्था और अपराधियों के बढ़ते हौसले को देखते हुए प्रदेश में अराजकता की स्तिथि बताया है और गृह मंत्री का इस्तीफा मांगा है।