रतलाम में शासकीय श्मशान में अंतिम संस्कार करने से रोका, गांव के दबंगों के खिलाफ केस दर्ज
रतलाम में एक दलित महिला की मौत के बाद शासकीय श्मशान में अंतिम संस्कार करने से रोका गया।
रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम में एक दलित महिला की मौत के बाद शासकीय श्मशान में अंतिम संस्कार करने से रोका गया। जब यह जानकारी सोशल मीडिया पर आई तो पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने अंतिम संस्कार से रोकने वाले खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
मामला जावरा के पुलिस थाना रिंगनोद की असावती चौकी अंतर्गत ग्राम कुम्हारी का है। पुलिस को सोशल मीडिया के माध्यम से घटना की जानकारी मिली। बताया जा रहा है कि दलित समाज की सुगन बाई नामक महिला की मृत्यु हो गई थी। परिजन जब अंतिम संस्कार के लिए गांव के शासकीय श्मशान घाट पर ले गए तो गांव के दबंगो ने अंतिम संस्कार नही होने दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने मामले की जांच कर त्वरित वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए। एएसपी राकेश खाखा के मार्गदर्शन में रिंगनोद थाना पुलिस टीम ने रात्रि में ही गांव जाकर पीड़ित परिवार से संवाद किया। इसके बाद पीड़ित परिवार को थाना रिंगनोद लाया गया।
पीड़ित परिवार ने बताया कि 25 अगस्त 24 को स्वर्गीय शंभुलाल सूर्यवंशी की पत्नी सुगन बाई की बीमार होने से मृत्यु हो गई थी। उस दिन तेज बारिश हो रही थी। समाज के श्मशान में पतरे का शेड नही था। शासकीय श्मशान में पतरे का शेड था।
तब गांव के नाहुसिंह पिता धुलसिंह राजपूत द्वारा शासकीय श्मशान में अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। हमारे समाज के श्मशान घाट में खंबे गढवाकर अस्थाई पतरे का शेड बनवा दिया।
मृतक के परिजन बद्रीलाल पिता नागुलाल सूर्यवंशी की रिपोर्ट पर आरोपी नागुसिंह पिता धुलसिंह निवासी कुम्हारी के खिलाफ थाना रिंगनोद पुलिस ने धारा 301 बीएनएस 3(1) (za) (A) एससी, एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।