सीएम की सभा में मासूम बच्चे को उछालकर मंच की ओर फेंका, इलाज नहीं मिलने से परेशान थे मां-बाप

सागर में सीएम की सभा में एक पैरेंट्स ने अपने कलेजे के टुकड़े को गोद से उठाकर फेंक दिया। गनीमत रही बच्चा सकुशल रहा। अफरा-तफरी के बीच सीएम ने बच्चे के माता-पिता को बुलाकर उनसे समस्या पूछी।

Updated: May 15, 2023, 10:35 AM IST

सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां सीएम शिवराज की जनसभा में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक पिता ने अपने एक साल के बीमार बेटे को रैलिंग के ऊपर से करीब 20 फीट उछालकर मंच के सामने डी में फेंक दिया। बच्चे के जमीन पर गिरने और रोने की आवाज सुन मौके पर मौजूद हर व्यक्ति सहम गया। घटना के वक्त मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंच पर थे। जैसे ही उन्होंने घटना देखी तो वे नीचे आए और बच्चे के माता-पिता से मिले।

शिवराज सिंह चौहान कुशवाहा महासभा के सम्मेलन में शिरकत करने सागर आए थे। उनकी सभा में जिले के सहजपुर के रहने वाले मुकेश पटेल और उनकी पत्नी भी सागर आईं थी। बच्चे के पिता ने बताया कि बेटे के दिल में डबल छेद है। वह इलाज करने के लिए आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है। इलाज की मदद के लिए वह करीब 6 महीनों से भटक रहा है। लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था।

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बच्चे के पिता मुकेश ने कहा कि, 'बेटे नरेश को उल्टी-दस्त हो रहे थे। उसका इलाज कराने के लिए मैं अपनी पत्नी नेहा पटेल के साथ बस में बैठकर देवरी जा रहा था। रास्ते में कुछ लोगों ने बताया कि तुम्हारे समाज का कार्यक्रम सागर में हो रहा है। वहां मुख्यमंत्री आ रहे हैं। कार्यक्रम में चले जाओ तो कुछ मदद मिल जाएगी। उनकी बात सुनकर करीब 12.30 बजे पीटीसी ग्राउंड के मैदान में चल रहे कार्यक्रम में पहुंच गया। मैं मुख्यमंत्री से मिलना चाहता था। लेकिन मुझे कोई भी मंच के पास जाने नहीं दे रहा था। मैंने कई बार पुलिस से मिन्नतें की। लेकिन उन्होंने आगे नहीं जाने दिया।'

मुकेश के मुताबिक कार्यक्रम खत्म होने लगा और उन्होंने सीएम के जाने की बात सुनी। उन्होने कहा, 'मैं दो घंटों से परिवार के साथ परेशान हो रहा था। बेटे के दिल में डबल छेद है। उसका इलाज भी जल्द कराना है। ये सभी बातें सोचकर अचानक मुझे गुस्सा आया और मैंने बगैर कुछ सोचे समझे गोद में लिए बेटे को रैलिंग से उछालकर मंच के सामने फेंक दिया। उस समय जरा भी नहीं सोचा था कि बेटे को चोट भी लग सकती थी। लेकिन मैं करूं तो क्या करूं। मेरी मजबूरी थी।'

बच्चे के जमीन पर गिरने और रोने की आवाज सुन मौके पर मौजूद हर व्यक्ति सहम गया। गनीमत रही बच्चा सकुशल रहा। सीएम चौहान ने जब मंच से घटना देखी तो वे नीचे आए और बच्चे के माता-पिता से मिले। जहां बच्चे के पिता ने बताया कि बेटे के दिल में डबल छेद है। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर दीपक आर्य को बच्चे की बीमारी के संबंध में जानकारी लेने और उसके इलाज की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए हैं।