OBC समाज के साथ अन्याय कर रही है शिवराज सरकार, चयनित शिक्षकों से मुलाकात के बाद बोले अरुण यादव

प्रदेश भर के ओबीसी वर्ग के चयनित शिक्षक अपनी मांगों को लेकर कर रहे हैं राजधानी भोपाल में प्रदर्शन, पिछले तीन वर्षों से कर रहे नियुक्ति का इंतजार

Updated: Mar 27, 2022, 08:45 AM IST

भोपाल। पिछले तीन वर्षों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे ओबीसी वर्ग के चयनित शिक्षकों का सब्र का बांध टूट गया है। वे शीघ्र नियुक्‍ति की मांग को लेकर हफ्ते भर से राजधानी भोपाल में डटे हुए हैं। रविवार को कांग्रेस नेता अरुण यादव चयनित शिक्षकों से मिलने पहुंचे। यादव ने इस दौरान प्रदेश की शिवराज सरकार पर ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय का आरोप लगाया।

अरुण यादव ने कहा कि, 'शिवराज सरकार ओबीसी वर्ग के साथ अन्याय कर रही है। बीजेपी को सिर्फ चुनाव के वक़्त ओबीसी समाज की याद आती है। सरकार 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण का मामला कोर्ट में फंसा होने का झूठ बोलकर इन्हें नियुक्ति नहीं दे रही है।' 

यादव ने ओबीसी चयनित शिक्षकों को तत्काल ज्वाइनिंग देने की मांग करते हुए कहा कि वे दो से तीन दिन के भीतर मामले को लेकर विभागीय मंत्री से मुलाकात करेंगे। उन्होंने चयनित शिक्षकों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस उनके साथ खड़ी है और उन्हें नियुक्ति दिलाने के लिए संघर्ष करेगी।

बता दें कि राजधानी में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) के बाहर ओबीसी वर्ग के चयनित शिक्षक हफ्ते भर से धरना पर बैठे हैं। दरअसल, मध्यप्रदेश में शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है, लेकिन वेटिंग लिस्ट वाले OBC के चयनित उम्मीदवारों को स्कूल शिक्षा विभाग ने ऑफर लेटर नहीं दिए हैं। होली से दो दिन पहले वेटिंग लिस्ट में शामिल 1776 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए थे लेकिन इसमें 11 विषयों के ओबीसी अभ्यार्थी वंचित रह गए। 

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OBC चयनित शिक्षक संघ का कहना है कि 16 मार्च को स्‍कूल शिक्षा विभाग ने जो आदेश जारी किया, उसमें किसी भी विषय में ओबीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं जारी की गई। अत: पांच विषय में 600 अभ्यर्थी होल्ड से प्रभावित हैं और 11 विषयों में 1400 अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित हैं। इस तरह कुल दो हजार अभ्यर्थियों के नियुक्ति पत्र रुके हुए हैं। जिसमें ज्यादातर अभ्यर्थी आर्थिक तंगी और मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं।