सीधी में भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी, SC-ST हॉस्टल में घुसकर की शराब पार्टी, स्टूडेंट्स को भी पीटा

सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला के गुर्गों ने SC-ST पोस्ट मैट्रिक छात्रावास में घुसकर की शराब पार्टी, वीडियो वायरल होने के बाद हॉस्टल के छात्रों को पीटा, विधायक के दबाव में आरोपियों पर नहीं हुई FIR

Updated: Sep 13, 2023, 01:07 PM IST

सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक बार फिर भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी देखने को मिली है। यहां रविवार को भाजपा नेताओं ने SC-ST हॉस्टल में घुसकर जबरन शराब पार्टी की। इतना ही नहीं घटना का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपियों ने हॉस्टल के छात्रों के साथ मारपीट भी की। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस घटना की आलोचना करता भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर होने का आरोप लगाया है।

मामला SC-ST पोस्ट मैट्रिक छात्रावास सीधी क्र.1 मधुरी का है। बताया जा रहा है कि रविवार 10 सितंबर को केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते जनआशीर्वाद यात्रा लेकर सीधी पहुंचे थे। हॉस्टल के पास ही भाजपा नेताओं के भोजन की व्यवस्था की गई थी। जनआशीर्वाद यात्रा संपन्न होने के उपरांत सीधी विधायक केदारनाथ शुक्ला के गुर्गे देर शाम शराब की बोतलें लेकर एससी-एसटी हॉस्टल में घुस गए और रात ग्यारह बजे तक वहां शराब पीते रहे।

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इस बीच हॉस्टल में रहने वाले एक छात्र ने भाजपा नेताओं के शराब पीने का वीडियो बनाकर वॉट्सएप ग्रुप में शेयर कर दिया। अगली सुबह आरोपी फिर हॉस्टल आए और छात्रों के साथ मारपीट की। हॉस्टल के ही छात्र कैलाश प्रजापति ने इस पूरी घटना की पुलिस में शिकायत की है। FIR में गौरव परिहार नाम के व्यक्ति को नामजद आरोपी बनाया गया है। जबकि शिकायत के बावजूद बीजेपी विधायक के करीबियों का नाम एफआईआर में शामिल नहीं किया गया।

हॉस्टल में निवासरत छात्रों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि इस घटना के मुख्य आरोपी विधायक केदारनाथ शुक्ला के करीबी रेत माफिया जागेश्वर द्विवेदी, भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष अंबुज सिंह चौहान और अक्षत पांडेय हैं। हालांकि, बड़े नेताओं के दबाव में पुलिस ने एफआईआर में उनका नाम शामिल नहीं किया। पुलिस ने भाजपा के मामूली कार्यकर्ता गौरव परिहार को नामजद आरोपी बनाकर मंगलवार देर रात करीब दो बजे गिरफ्तार कर लिया।

स्थानीय पत्रकारों ने बताया कि रेत माफिया जागेश्वर द्विवेदी का पूरे इलाके में खौफ है। हॉस्टल में शराब पीने का वीडियो शेयर करने पर उसने पत्रकारों को भी जान से मारने की धमकी दी। कई पत्रकारों को धमकाकर वीडियो डिलीट करवाया गया। द्विवेदी के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक गंभीर आपराधिक मामले पहले से भी दर्ज हैं। हालांकि, सत्ता का संरक्षण होने के कारण पुलिस जिला बदर की कार्रवाई नहीं करती।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने घटना का वीडियो ट्वीट कर लिखा है कि, 'भाजपा नेताओं की बेशर्मी देखिए। सीधी जिले में अनुसूचित जाति महाविद्यालय बालक छात्रावास में भाजपा नेताओं ने शराब पी, विरोध करने पर छात्रों को पीटा। पत्रकार ने जब वीडियो जारी किया तो उसे भी धमकाया। शिवराज जी, बीजेपी दल से दलदल बन चुकी है।' वहीं, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी इस घटना की आलोचना की है।

मामला तूल पकड़ने के बाद प्रशासन ने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए छात्रावास अधीक्षक छठिलाल साकेत तथा चौकीदार श्रीलाल कोल को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। ये दोनों भी दलित-आदिवासी समुदाय से आते हैं। बहरहाल, अब सवाल उठ रहा है कि क्या मुख्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर और उनकी गिरफ्तारी होगी?