इंदौर में MPPSC के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन, मांगें पूरी नहीं होने पर दी आमरण अनशन की चेतावनी
MPPSC के कैंडिडेट्स ने इंदौर शहर में स्थित पीएससी ऑफिस तक रैली निकालते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने 87-13 सिस्टम को खत्म करने, मुख्य परीक्षा की कॉपी दिखाने के साथ सभी खाली पदों पर भर्ती कराने की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे।
इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में MPPSC के खिलाफ छात्रों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने रैली निकालकर पीएससी कार्यालय तक मार्च किया और अपनी मांगों को लेकर नारे लगाए। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के लीडरशिप में कैंडिडेट्स ने इस प्रदर्शन रैली को निकाला।
प्रदर्शनकारी 2019 के बाद आयोजित परीक्षाओं की उत्तरपुस्तिकाओं को सार्वजनिक करने, 87% और 13% प्रणाली को समाप्त कर 100% परिणाम घोषित करने के साथ ही सभी रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया शुरू मांग कर रहे हैं। विरोध को ध्यान में रखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया हज। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सड़कों पर बड़े-बड़े बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं पीएससी कार्यालय के बाहर बैठे हैं। छात्रों की मांग है कि उन्हें लिखित आश्वासन दिया जाए तभी वे धरना खत्म करेंगे। वहीं, मांगे पूरी नहीं होने पर अभ्यर्थियों ने आमरण अनशन शुरू करने की चेतावनी भी दी है।
नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (एनईवाययू) के कोर कमेटी सदस्य राधे जाट ने कहा, 'अभ्यर्थियों का भविष्य दांव पर है। अगर आयोग ने हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो यह प्रदर्शन और उग्र होगा।' प्रदर्शन में शामिल एक छात्रा ने कहा, 'हम लंबे समय से अपनी मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।' वहीं, शिक्षिका रुचि ने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ असहनीय है।
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प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि 2025 के नोटिफिकेशन में 700 पदों पर भर्ती हो। साथ ही राज्य वन सेवा और राज्य सेवा 2025 की पोस्ट में वृद्धि की जाए। इसके अलावा एसोसिएट प्रोफेसर सहित अन्य परीक्षाओं का कैलेंडर जारी किए जाए। साथ ही छात्रों ने मांग की एमपीपीएससी में भी छत्तीसगढ़ लोकसेवा आयोग की तरह सुधार किया जाए।
ज्ञापन देने के साथ ही छात्रों ने कहा कि यह आंदोलन अनिश्चितकालीन है। यदि हमारी मांगें नहीं मानी गई तो गुरुवार यानी कल से आमरण शुरू होगा। एमपीपीएससी कैंडिडेट्स का कहना है कि हम अपना हक लेकर रहेंगे।