प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को गोद में ले जाते परिजन, PM, CM देने वाले विदिशा की शर्मनाक तस्वीर

विदिशा जिले के ग्राम पंचायत गुलाबगंज अंतर्गत ग्राम बेंदीगढ़ टपरा के रहवासी आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं, यहां सड़क न होने के कारण जननी एक्सप्रेस गांव तक नहीं जाती है, ग्रामीण प्रसूता महिलाओं को भी गोद में उठाकर मुख्य सड़क तक ले जाते हैं

Updated: Sep 03, 2022, 04:23 AM IST

विदिशा। गांव-गांव तक सड़क, बिजली और शौचालय पहुंचाने का दावा करने वाली शिवराज सरकार में कई जिलों से प्रसूताओं को खाट पर ले जाने की तस्वीरें आम हैं। कहीं सड़क की वजह से जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंच पाती, तो कहीं जननी एक्सप्रेस ही नहीं है। आजादी के 75 साल बाद भी ये तस्वीरें बदली नहीं हैं, जबकि सबसे ज्यादा बजट स्वास्थ्य विभाग पर ही खर्च हो रहा है। पीएम, सीएम देने वाले विदिशा जिले से एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला को दो लोग गोद में उठाकर ले जा रहे हैं। दरअसल, सड़क नहीं होने के कारण गांव तक जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंच सकी थी।

मामला जिले के ग्राम पंचायत गुलाबगंज अंतर्गत ग्राम बेंदीगढ़ टपरा का है जहां के रहवासी आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं। बीते 30 अगस्त को गांव की बहु सपना कुशवाहा को प्रसव पीड़ा हुई। सपना दर्द से तड़प रही थी और परिजन जिला अस्पताल तक ले जाने का कोई व्यवस्था न होने के कारण असहाय थे। सपना की हालत बिगड़ने लगी तब देवर हेमराज कुशवाह ने उन्हें गोद में उठाकर मुख्य सड़क तक ले जाने का सुझाव दिया। इसके बाद दो लोग सीमा को उठाकर उफनते नाले और तालाब का रूप ले चुके खेत खलिहान होते हुए 1 किलोमीटर दूर सड़क तक पहुंचे। तब कहीं जाकर एंबुलेंस से उन्हें शासकीय राजीव गांधी चिकित्सालय में ले जाया गया जहां उनकी डिलिवरी हो सकी।

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प्रसूता के देवर हेमराज कुशवाह बताते हैं कि कच्ची सड़क के कारण बरसात में चार महीने यही स्थिति रहती है। यदि कोई बीमार हो जाये तो उसे खटिया या कंधे पर बिठाकर मेन रोड तक ले जाना पड़ता है। सिन्नाी नाले पर पुलिया का निर्माण भी नहीं हुआ है। बच्चे वर्षा के दिनों में स्कूल भी नहीं जा पाते। यदि तेज वर्षा हो जाती है तो जो व्यक्ति गांव से बाहर गया है तो उसे दूसरे गांव में ही रुकना पड़ता है। ग्रामीण देवी सिंह ने बताया कि वे कई बार तहसील कार्यालय में आवेदन देकर पक्की सड़क के लिए मांग कर चुके हैं, लेकिन हमारी कोई सुनवाई नहीं हो रही।

विदिशा जिले की बात करें तो देश-प्रदेश की राजनीति के कई दिग्गजों की यह कर्मभूमि रहा है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज, यहां तक कि खुद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी यह निर्वाचन क्षेत्र रहा है। इसी जिले से चुनकर इन दिग्गजों ने देश-प्रदेश में राजनीति की। लेकिन विडंबना यह है कि इसी जिले के एक गांव की जनता मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित हैं। विदिशा की यह तस्वीर प्रदेश के वर्तमान और भविष्य दोनों को संकट में होने के संकेत दे रही है।