दिशाहीन सरकार का दृष्टिहीन बजट, जनता को राहत देने की बजाए पकड़ाया झुनझुना: कमलनाथ

देश के युवा पक्की नौकरी के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं और बेरोज़गारी का स्तर आसमान पर पहुँच गया है लेकिन केंद्र सरकार ने स्थायी नौकरी के बारे में कोई बात नहीं की: कमलनाथ

Updated: Jul 24, 2024, 04:13 PM IST

भोपाल। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय बजट पेश किया। विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर ‘कॉपी-पेस्ट’ और ‘सरकार बचाओ’ बजट पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि इसमें किसानों की अनदेखी की गई है। वहीं, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे दिशाहीन सरकार का दृष्टिहीन बजट करार दिया है।

कमलनाथ ने ट्वीट किया, 'यह दिशाहीन सरकार का दृष्टिहीन बजट है। केंद्र सरकार का आज पेश हुआ बजट जनता को कोई बुनियादी राहत देने के बजाय झुनझुना पकड़ाने वाला दिख रहा है। रोज़गार और आयकर छूट के बारे में जो घोषणाएँ की गई हैं, वह आँख में धूल झोंकने वाली हैं। इनकम टैक्स स्लैब में जो बदलाव किया गया है, वह नाकाफी है और बढ़ती हुई महँगाई के सामने कुछ भी नहीं है।' 

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कमलनाथ ने आगे लिखा, 'देश के युवा पक्की नौकरी के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं और बेरोज़गारी का स्तर आसमान पर पहुँच गया है लेकिन केंद्र सरकार ने स्थायी नौकरी के बारे में कोई बात नहीं की। केंद्र सरकार में ख़ाली पड़े पदों को भरने के बारे में भी वित्त मंत्री ने कोई घोषणा नहीं की।' 

कमलनाथ आगे लिखते हैं कि सबसे दुखी करने वाली बात यह है कि अन्नदाता किसानों को लेकर सरकार ने बजट में कोई भी सकारात्मक पहल नहीं की है। कहाँ तो 2022 में किसानों की आमदनी दोगुनी की जानी थी और कहाँ 2024 के बजट में भी किसानों को हाशिये पर रखा गया है। इस बजट से आम जनता को निराशा हुई है।