अमित शाह ने फिर छेड़ा तुष्टिकरण का राग, ममता का करारा पलटवार
TMC Attacks Shah: तृणमूल कांग्रेस का आरोप, अमित शाह ने भगवान बिरसा मुंडा का किया अपमान, दूसरी प्रतिमा का माल्यार्पण करके चरणों में रखी बिरसा मुंडा की तस्वीर

कोलकाता। केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी नेता अमित शाह ने अपने पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे दिन तुष्टिकरण का पुराना राग फिर छेड़ दिया। अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल कभी चेतना का केंद्र था, लेकिन अब यहां तुष्टिकरण अपने चरम पर है। उन्होंने कहा कि तुष्टिकरण की वजह से पश्चिम बंगाल की परंपरा को काफी आघात पहुंचा है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों को अब अपनी पुरानी धार्मिक और आध्यात्मिक चेतना को पाने के लिए ममता बनर्जी को सत्ता से बेदखल करके प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व को चुनना चाहिए।
अमित शाह के इस हमले पर ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने ज़बरदस्त पलटवार किया है। TMC ने कहा कि अमित शाह को पश्चिम बंगाल की संस्कृति और परंपरा का कोई ज्ञान नहीं है। इसीलिए उन्होंने भगवान बिरसा मुंडा का अपमान कर दिया। तृणमूल कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिये अमित शाह पर हमला करते हुए लिखा है, "बाहर से आए व्यक्ति ने एक बार फिर ऐसा किया! केंद्रीय गृह मंत्री ने बंगाल की संस्कृति का ज़रा भी ज्ञान होने की वजह से भगवान बिरसा मुंडा का अपमान कर दिया। उन्होंने एक गलत प्रतिमा पर फूल मालाएं च़ढ़ा दीं और उनकी फोटो किसी और के चरणों में रख दी। क्या वो कभी भी बंगाल का सम्मान करेंगे? "
'Bohiragato' are at it again!
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) November 6, 2020
Union Home Minister @AmitShah is so ignorant of Bengal's culture that he insulted Bhagwan Birsa Munda by garlanding a wrong idol & placed his photo at someone else's foot. Will he ever respect Bengal?#BengalAsksAmitShahhttps://t.co/045lw50TV2
अमित शाह ने अपने पश्चिम बंगाल दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत दक्षिणेश्वर से की। इसके बाद उन्होंने राज्य के आदिवासी मतुआ समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक कार्यकर्ता के यहां भोजन किया। राजनीतिक विश्लेषक इसे अमित शाह की रणनीति का हिस्सा मान रहे हैं। दरअसल पश्चिम बंगाल में मतुआ समुदाय के लगभग 72 लाख लोग हैं और आठ से 10 विधानसभा सीटों पर उनका प्रभाव है।
लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने अमित शाह की इस आदिवासी तुष्टिकरण की नीति पर भी करारा हमला किया है। पार्टी के सांसद अभिषेक बनर्जी ने अमित शाह की भोजन की सियासत को आईना दिखाने का दावा करते हुए लिखा, "असलियत तो कुछ और ही है। अमिश शाह जी ने दिखावे के लिए भोजन करके आदिवासी समुदाय और उस परिवार का इस्तेमाल राजनीतिक औजार की तरह किया, लेकिन उन्हें इतनी भी परवाह नहीं थी कि उनसे एक पल के लिए बात भी कर लेते। श्रीमान गृह मंत्री महोदय, क्या आप यहां केवल तस्वीरें खिंचवाने के लिए ही आए थे? "
Reality behind @AmitShah Ji's token meals - he used ST Community & the concerned family as political tool & didn't even bother to speak to them for a moment.
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) November 6, 2020
Mr Home Minister, did you come here only for a photo-op? #BengalAsksAmitShah https://t.co/NHm9R9apvU pic.twitter.com/zFOPPQTbyC
अभिषेक बनर्जी ने आगे लिखा है, "सिर्फ एक साल में बीजेपी शासित यूपी में आदिवासियों पर अत्याचार कई गुना बढ़ गए। हाथरस में एक दलित लड़की से दरिंदगी की वारदात अब तक सबके मन को दुखी कर रही है। ऐसे में अमित शाह जी आप तुष्टिकरण के लिए भोजन करने की जगह आप उन मुद्दों पर बात क्यों नहीं करते जो उस समुदाय के लोगों के लिए वाकई मायने रखते हैं।"