स्वतंत्रता दिवस से पूर्व गांधी की विरासत पर चला बुलडोजर, काशी स्थित सर्व सेवा संघ का भवन जमींदोज

प्रधानमंत्री कार्यालय के इशारे पर ही यह विध्वंस रचा जा रहा है। यह घटना भारतीय इतिहास की एक शर्मनाक घटना के रूप में याद किया जाएगा। किताबें और पुस्तकालय को बर्बाद करने वाले दुर्दांत जालिम के रूप में ये सत्ताधीश जाने जाएंगे: सर्व सेवा संघ

Updated: Aug 12, 2023, 07:30 PM IST

वाराणसी। महात्मा गांधी, विनोबा भावे और जय प्रकाश नारायण की विरासत के नाम से मशहूर वाराणसी के राजघाट स्थित सर्व सेवा संघ भवन को आज प्रशासन ने नेस्तनाबूद कर दिया। यहां 6 बुलडोजर ने 3 घंटे में 15 बिल्डिंग को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान राष्ट्रपिता के विरासत को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे गांधी जनों को पुलिस बलपूर्वक उठा ले गई। सर्व सेवा संघ ने कहा है कि पीएमओ के इशारे पर यह विध्वंश रचा जा रहा है।

स्वतंत्रता दिवस से ठीक तीन दिन पहले ध्वस्तीकरण की इस कार्रवाई ने न केवल गांधीजनों बल्कि देश के हर लोकतंत्र पसंद व्यक्ति को हैरान कर दिया है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व गांधीवादी नेता दिग्विजय सिंह ने इसे दुखद बताया है। सिंह ने ट्वीट किया, 'बेहद दुख हो रहा है कि देश के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विरासत सर्व सेवा संघ परिसर राजघाट, वाराणसी में आज तानाशाही का निरंकुश प्रमाण मोदी योगी का बुलडोजर चलाया गया। यथाशीघ्र इस घटना का अहिंसक प्रतिरोध करना चाहिए। यह हमारे गौरवमयी इतिहास को नेस्तनाबूद करने की साज़िश है।'

शनिवार दोपहर ध्वस्तीकरण के दौरान सर्व सेवा संघ के संयोजक रामधीरज समेत 20 की संख्या में पहुंचे लोगों ने मुख्य द्वार के पास बैठकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कार्रवाई से आक्रोशित गांधीवादी सड़क पर लेट गए। पुलिसकर्मियों से बहस शुरू हो गई। हंगामा बढ़ा तो पुलिस ने कई गांधीवादियों को हिरासत में ले लिया। परिसर में एक डाक घर भी है। इसे गिराने के लिए रविवार तक की मोहलत दी गई है। आज उसका सामान शिफ्ट किया जा रहा है।

ध्वस्तीकरण कार्रवाई का विरोध करने के लिए महिलाएं भी पहुंची। वो रोती हुई दिखीं, लेकिन किसी को अंदर नहीं जाने दिया गया। 13 एकड़ में फैले परिसर में करीब 80 मकान बने हुए हैं। इनमें रहने के लिए मकान और ऑफिस हैं। उन्हें एक-एक करके गिराया जा रहा है। सर्व सेवा संघ ने गांधी की विरासत बचाने के लिए देशवासियों से आखिरी अपील की है। पदाधिकारियों ने अपील करते हुए कहा, देशभर के लोग एक अंतिम प्रयास करें, गांधी-विनोबा भावे की विरासत बचाने के लिए यहां पर पहुंचे।

भाजपा अब बेशर्मी की सारी हदें पार कर रही है: कांग्रेस

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने भी इस कार्रवाई की भर्त्सना की है। जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गांधी, JP और लाल बहादुर शास्त्री जैसे महापुरुषों की विरासत से जुड़े सर्व सेवा संघ पर बुल्डोज़र चलना शर्मनाक है। गांधी की विरासत को हड़पने और नष्ट करने के प्रयास पहले गुजरात के साबरमती आश्रम और वर्धा के गांधीग्राम में हो चुके हैं। अब वाराणसी के सर्व सेवा संघ को हड़प कर पूंजीपतियों को सौंपने की तैयारी है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं। भाजपा अब बेशर्मी की सारी हदें पार कर रही है।'

PMO के इशारे पर रचा जा रहा विध्वंश: सर्व सेवा संघ

ध्वस्तीकरण कार्रवाई को लेकर सर्व सेवा संघ ने बयाना जारी कर कहा, 'प्रधानमंत्री कार्यालय के इशारे पर ही यह विध्वंस रचा जा रहा है। यह घटना भारतीय इतिहास की एक शर्मनाक घटना के रूप में याद किया जाएगा। जहां गांधी, विनोवा, जयप्रकाश, दादा धर्माधिकारी, नारायण देसाई, जे सी कुमारप्पा, धीरेंद्र मजूमदार, शिवानंद, जे कृष्णमूर्ति जैसे मनीषियों की किताबों का कत्ल किया गया है। किताबें और पुस्तकालय को बर्बाद करने वाले दुर्दांत जालिम के रूप में ये सत्ताधीश जाने जाएंगे। यह बुलडोजर सत्ता का हमला है जो गांधी, विनोबा और जेपी की विरासत को नष्ट करने के इरादे से किया जा रहा है। लेकिन ऐसा संभव नहीं है। दुनिया गांधी के रास्ते पर चल पड़ी है। हमारे सत्ताधीश गांधी के रास्ते पर चलने का नाटक करते हैं। पर ये गांधी की स्मृतियों को नष्ट करने पर तुले हुए है। उनका यह पाखंड ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है।'