हैशटैग ResignModi को लेकर बैकफुट पर फेसबुक, कहा गलती हो गई

पीएम मोदी को कोरोना का सुपर स्प्रेडर करार देते हुए लोग मांग रहे हैं इस्तीफा, फेसबुक ने हैशटैग ResignModi को किया ब्लॉक, सरकार के इशारों पर विरोधी आवाज को दबाने का आरोप

Updated: Apr 29, 2021, 11:19 AM IST

नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी से उपजे हालातों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को जिम्मेदार ठहराते हुए उनसे इस्तीफे की मांग वाले पोस्ट्स को फेसबुक ने ब्लॉक करना शुरू कर दिया था। अब इस मामले पर बवाल बढ़ता देख फेसबुक बैकफुट पर आ गया है। कंपनी ने कहा है कि हमसे गलती हो गई है, साथ ही #ResignModi को रिस्टोर कर दिया है। फेसबुक के इस फैसले के बाद आप इस हैशटैग का उपयोग कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफा मांग सकते हैं।

फेसबुक की तरफ से इस मामले पर सफाई दी गई है कि गलती से इस हैशटैग को ब्लॉक कर दिया गया था। फेसबुक ने इन आरोपों को खारिज किया है कि केंद्र सरकार के इशारों पर इस हैशटैग को ब्लॉक किया गया था। फेसबुक के प्रवक्ता एंडी स्टोन ने बताया कि इस हैशटैग को रिस्टोर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि फेसबुक कई कारणों से हैशटैग को ब्लॉक करता है, कुछ मैनुअली ब्लॉक किए जाते हैं और कुछ ऑटोमेटेड होते हैं। इस हैशटैग को उनके कंटेंट की वजह से ऑटो ब्लॉक कर दिया गया था।

क्या है पूरा मामला

दरअसल, भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। हर दिन यहां हजारों लोग असमय काल के गाल में समाते जा रहे हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड और जरूरी दवाओं की भारी किल्लत है। देश के लोग इस कुव्यवस्था के लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। लोगों का मानना है कि पीएम मोदी की नाकामियों की वजह से ही आज देश के लोगों की जान संकट में है।

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इतना ही नहीं सोशल मीडिया यूजर्स पीएम मोदी को कोरोना का सुपर स्प्रेडर यानी कोरोना फैलाने वाला करार दे रहे हैं। इसका कारण यह है कि जब देश में हर रोज लाखों लोगों को कोरोना अपने चपेट में ले रहा था तब प्रधानमंत्री चुनावी रैलियों में व्यस्त थे। अब जब कोरोना बेकाबू हो गया है तो लोग प्रधानमंत्री से इस्तीफा मांग रहे हैं। लोगों का कहना है कि देश के लाखों लोगों का जीवन संकट में डालने के लिए नैतिक रूप के प्रधानमंत्री मोदी को इस्तीफा दे देना चाहिए।

देश-विदेश के लोगों ने कोरोना वायरस के कहर को संभाल पाने में नाकामी और चुनावी रैलियों को लेकर पोस्ट्स में #ResignModi का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। हालांकि, इसी बीच फेसबुक ने बड़ी चतुराई से इस हैशटैग से जुड़े पोस्ट को छिपाना शुरू कर दिया। लोगों को फेसबुक का यह कारतूत तत्काल समझ में आ गया चूंकि हैशटैग को क्लिक करने के बाद उससे संबंधित अन्य पोस्ट नहीं दिख रहे थे। फेसबुक ने लिखा था कि ये वाले पोस्ट नहीं दिखाए जा सकते क्योंकि ये कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन कर रहे हैं।

हालांकि, फेसबुक ने ये नहीं बताया कि किस कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन किया जा रहा था। चूंकि एक लोकतांत्रिक देश में नागरिकों को अपने प्रतिनिधि से इस्तीफा मांगने का अधिकार है और इसे किसी भी तरह अनुचित नहीं कहा जा सकता। ऐसे में फेसबुक के इस फैसले पर लोग भड़क गए। देश ही नहीं पूरे विश्व में यह बात जंगल की आग की भांति फैल गई। फेसबुक पर आरोप लगा कि भारत सरकार के कहने पर उसने भारतीयों की आवाजों को दबाना शुरू कर दिया है। विश्वभर में अपनी फजीहत होता देख फेसबुक को चंद ही घंटों में इस हैशटैग को रिस्टोर करना पड़ा।