29 फरवरी तक टला किसानों का दिल्ली कूच, बॉर्डरों पर डटे रहेंगे, शुभकरण की याद में आज कैंडल मार्च

24 फरवरी यानी कि आज शुभकरण सिंह और अन्य 3 शहीद किसानों की याद में किसान आज कैंडल मार्च निकालेंगे। शुभकरण का अभी तक अंतिम संस्कार भी नहीं हुआ है।

Updated: Feb 24, 2024, 12:34 PM IST

नई दिल्ली। MSP की गारंटी समेत कई मांगों को लेकर पंजाब के किसान 12 दिन से धरने पर हैं। इस बीच किसानों ने दिल्ली कूच का प्लान 29 फरवरी तक टाल दिया है, ये जानकारी संयुक्त किसान मोर्चा ने दी है। पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं।

प्रदर्शन के दौरान जान गंवाने वाले युवा किसान शुभकरण सिंह की मौत के बाद प्रदर्शनकारियों में गुस्सा है। वह शुभकरण को शहीद का दर्जा देने और आरोपियों के खिलाफ हत्या की मुकदमा की मांग कर रहे हैं। 24 फरवरी यानी कि आज शुभकरण सिंह और अन्य 3 शहीद किसानों की याद में किसान आज कैंडल मार्च निकालेंगे।

शुभकरण का अभी तक अंतिम संस्कार भी नहीं हुआ है। पंजाब सरकार ने परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और बहन को सरकारी नौकरी की घोषणा की। किसान संगठनों और परिवार की मांग है कि पंजाब पुलिस शुभकरण की मौत के मामले में हत्या की FIR दर्ज करे।

वहीं हरियाणा के 7 जिलों में मोबाइल इंटरनेट पर रोक 24 फरवरी की रात 12 बजे तक के लिए बढ़ा दी गई है। बता दें कि एक दिन पहले शुक्रवार को हरियाणा में किसानों और पुलिस के बीच टकराव हो गया था। किसान हिसार के नारनौंद से खनौरी बॉर्डर जाना चाहते थे। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। यह देख किसानों ने पथराव किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस झड़प में 24 पुलिसकर्मी और 16 किसान घायल हुए। हिसार में अभी तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं।

शंभू बॉर्डर पर किसानों ने पक्का मोर्चा लगाना शुरू कर दिया है। किसान लोहे की एंगल से तंबू बना रहे हैं। किसानों का कहना है कि इस बार वे टिकरी या सिंघु बॉर्डर तक नहीं पहुंच पाए, लेकिन वह यहीं डेरा डालेंगे। वह किसान नेताओं की कॉल के इंतजार में हैं। वहां से निर्देश मिलने के बाद दिल्ली कूच किया जाएगा।