ब्रह्मोस के पूर्व इंजीनियर निशांत अग्रवाल को उम्रकैद, पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले में पाए गए दोषी

निशांत भारत की डीआरडीओ और रूस की सैन्य औद्योगिक कंसोर्शियम (एनपीओ माशिनोस्ट्रोयेनिया) के जॉइंट वेंचर- ब्रह्मोस एयरोस्पेस में सीनियर सिस्टम इंजीनियर पद पर कार्यरत था।

Updated: Jun 03, 2024, 06:25 PM IST

नागपुर। नागपुर की एक कोर्ट ने सोमवार को ब्रह्मोस के एक पूर्व इंजीनियर निशांत अग्रवाल को उम्रकैद की सजा सुनाई। बताया गया है कि निशांत को 2018 में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करते और जानकारी देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अब उन्हें दोषी पाए जाने के बाद आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई

रिपोर्ट्स के मुताबिक, निशांत भारत की डीआरडीओ और रूस की सैन्य औद्योगिक कंसोर्शियम (एनपीओ माशिनोस्ट्रोयेनिया) के जॉइंट वेंचर- ब्रह्मोस एयरोस्पेस में सीनियर सिस्टम इंजीनियर पद पर कार्यरत था। ब्रह्मोस एयरोस्पेस भारत की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल विकसित करने पर काम कर रही है, जो कि जमीन, हवा, समुद्र और समुद्र के अंदर से भी लॉन्च की जा सकती है।

शुरुआती जांच में सामने आया था कि निशांत कोड गेम्स के जरिए ब्रह्मोस मिसाइल से जुड़ी जानकारी ISI को भेजा करता था। अग्रवाल को अप्रैल 2023 में बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने जमानत दी थी।साल 2018 में गिरफ्तार निशांत को IPC और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (OSA) की धारा 3 और 5 के तहत आजीवन कारावास (14 साल) की सजा सुनाई गई है। साथ ही उस पर 3 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है।