असम में राहुल गांधी के खिलाफ FIR के निर्देश, कांग्रेस नेता बोले- कुछ भी कर लो, पीछे नहीं हटूंगा

भारत जोड़ो यात्रा के साथ चल रहे लगभग 5,000 कांग्रेस कार्यकर्ताओं को असम पुलिस ने रोका तो उन्होंने बैरिकेडिंग उखाड़ फेंका। इस मामले में पुलिस ने राहुल गांधी के खिलाफ FIR भी दर्ज की है।

Updated: Jan 23, 2024, 04:49 PM IST

गुवाहाटी। कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में असम की भाजपा सरकार द्वारा लगातार विघ्न डालने की कोशिशें की जा रही है। मंगलवार सुबह यात्रा गुवाहाटी पहुंची, तो असम पुलिस ने रोक दिया। इसके पहले सोमवार को राहुल गांधी को मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी गई थी। अब सीएम हिमांता बिस्वा सरमा के निर्देश पर राहुल गांधी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।

असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा ने कहा, 'ऐसा बर्ताव असमिया कल्चर का हिस्सा नहीं है। ये नक्सली गतिविधियां हमारी संस्कृति से अलग हैं। मैंने असम पुलिस के DGP को निर्देश दिया है कि वे राहुल गांधी के खिलाफ भीड़ को उकसाने के लिए FIR दर्ज करें और कांग्रेस ने जो वीडियो पोस्ट किए हैं, उन्हें सबूत के तौर पर इस्तेमाल करें।'

दरअसल, राहुल अपने काफिले के साथ गुवाहाटी शहर में जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने ट्रैफिक का हवाला देते हुए इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस ने गुवाहाटी सिटी जाने वाली सड़क पर बैरिकेडिंग कर दी। इसी बात से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग उखाड़ फेंका। इस दौरान पुलिस का बलप्रयोग भी देखने को मिला और लाठीचार्ज में कई कांग्रेसजन घायल हुए।

इस दौरान राहुल ने कहा कि असम में जिस रास्ते पर हमारी यात्रा को रोका गया है, उसी रास्ते से बजरंग दल और जेपी नड्डा की रैली निकली है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने रास्ते पर लगे बैरिकेड हटा दिए हैं। कांग्रेस का कार्यकर्ता बब्बर शेर है। हमने बैरिकेडिंग तोड़ा है कानून नहीं तोड़ा। हम कानून का पालन करते हैं, इसलिए यात्रा उस रास्ते से जाएगी जहां से हमें अनुमति मिली है।

एफआईआर दर्ज होने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि कुछ भी करो.. बुरा-भला कहो, परेशान करो, लेकिन मैं पीछे नहीं हटूंगा। मैं सच्चाई के लिए लड़ता रहूंगा। चाहे पूरी दुनिया मेरे खिलाफ खड़ी हो जाए, मुझे फर्क नहीं पड़ता। एक बार मैंने मन बना लिया, तो मेरी विचारधारा के लिए लड़ने से मुझे कोई नहीं रोक सकता। बता दें कि राहुल की न्याय यात्रा 18 जनवरी को नगालैंड से असम पहुंची थी। 20 जनवरी को यात्रा अरुणाचल प्रदेश गई, फिर 21 को असम लौट आई। इसके बाद यात्रा 22 जनवरी को मेघालय निकली और मंगलवार को एक बार फिर असम पहुंची। राहुल की न्याय यात्रा 25 जनवरी तक असम में रहेगी।