पुलिस ने ही किया था भीड़ के हवाले, मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में बड़ा खुलासा

पीड़ित महिलाओं में एक कारगिल युद्ध लड़ चुके सैनिक की पत्नी थी। उन्होंने पुलिस कर्मियों से उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाने की गुहार लगाई लेकिन मदद की बजाए पुलिस ने उन्हें भीड़ के हवाले कर दिया।

Updated: May 01, 2024, 11:22 AM IST

इंफाल। देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले साल हुई हिंसा के दौरान दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था। इस वारदात का वीडियो वायरल होने पर सरकार ने मामले की जांच CBI को सौंपी थी। अब CBI ने इस मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में खुलासा किया गया है कि मणिपुर पुलिस के अधिकारियों ने ही महिलाओं को भीड़ के हवाले किया था।

चार्जशीट में कहा गया है कि इन महिलाओं ने पुलिस की गाड़ी में शरण मांगी थी। लेकिन, पुलिस ने दोनों महिलाओं को भीड़ के बीच छोड़ दिया, जिसके बाद भीड़ ने उन्हें निर्वस्त्र करके परेड कराई और फिर उनके साथ यौन शोषण किया। इन महिलाओं में से एक कारगिल युद्ध लड़ चुके सैनिक की पत्नी थी। उन्होंने पुलिस कर्मियों से उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाने की गुहार लगाई लेकिन मदद की बजाए पुलिस ने उन्हें भीड़ के हवाले कर दिया।

चार्जशीट के मुताबिक, यह भीड़ कांगपोकपी जिले में महिलाओं के गांव में जबरदस्ती दाखिल हुई थी। कई विक्टिम के साथ दोनों महिलाएं भीड़ से बचने के लिए जंगल की तरफ भागीं, लेकिन भीड़ ने उन्हें देख लिया। भीड़ में से कुछ लोगों ने महिलाओं से कहा कि वे सड़क किनारे खड़ी पुलिस की गाड़ी के पास पहुंचकर मदद मांगें।

किसी तरह महिलाएं पुलिस की गाड़ी तक पहुंचीं और उसके अंदर बैठ गईं। इसके बाद भी ड्राइवर और दो पुलिसवाले गाड़ी में शांति से बैठे रहे। तीन-चार पुलिसवाले गाड़ी के बाहर खड़े थे। इन महिलाओं के साथ एक पुरुष विक्टिम भी पुलिस की गाड़ी में बैठा था, उसने पुलिसवालों से हाथ जोड़कर कहा कि उन्हें किसी सुरक्षित जगह ले चलें, लेकिन पुलिसवालों ने उसे जवाब दिया कि गाड़ी की चाबी नहीं है। बाद में पुलिस ने जीप को भीड़ के बीच ले जाकर खड़ा कर दिया और वहां से चले गए।