मोदी सरकार ने युवाओं को बेरोजगारी के चक्रव्यूह में फंसाया, लोकसभा में राहुल गांधी का जोरदार हमला

हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में 6 लोगों ने मारा था। 21वीं सदी में एक और चक्रव्यूह तैयार किया गया है। जो अभिमन्यु के साथ हुआ, वही हिंदुस्तान के साथ किया जा रहा है: राहुल गांधी

Updated: Jul 29, 2024, 02:54 PM IST

नई दिल्ली। लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। राहुल गांधी ने अपने भाषण में अग्निवीर, पेपर लीक, किसान और मिडिल क्लास पर बात की। राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने मिडिल क्लास की पीठ पर छुरा घोंपा है। वहीं किसानों के लिए तीन काले कानून लाए थे। जबकि युवाओं को बेरोजगारी के चक्रव्यूह में फंसा दिया।

राहुल गांधी ने कहा कि हजारों साल पहले अभिमन्यु को चक्रव्यूह में 6 लोगों ने मारा था। चक्रव्यूह का दूसरा नाम है- पद्मव्यूह, जो कमल के फूल के शेप में होता है। इसके अंदर डर और हिंसा होती है। उसे पीएम अपनी छाती पर लगाकर चलते हैं 21वीं सदी में एक और चक्रव्यूह तैयार किया गया है। जो अभिमन्यु के साथ हुआ, वही हिंदुस्तान के साथ किया जा रहा है। अभिमन्यु को चक्रव्यूह में 6 लोगों ने मारा था। आज भी चक्रव्यूह के बीच में 6 लोग हैं। ये 6 लोग- नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजित डोभाल, अडानी और अंबानी हैं। जो अभिमन्यु के साथ हुआ वही हिंदुस्तान के साथ हो रहा है। आज भी चक्रव्यूह के बीच 6 लोग हैं।' 

राहुल ने भाषण के दौरान अंबानी-अडाणी का नाम लिया तो स्पीकर ने उन्हें टोका कि, जो सदन में नहीं उसका नाम नहीं ले सकते। तब राहुल ने कहा- क्या इन्हें A1 और A2 कह सकता हूं। राहुल गांधी ने आगे कहा, 'चक्रव्यूह को पद्मव्यूह भी कहते हैं, पद्मव्यूह वाले सोचते हैं देश के युवा पिछड़े लोग अभिमन्यु हैं। हिंसा नफरत हिंदुस्तान का नेचर नहीं है। चक्रव्यूह देश का नेचर नहीं है। हर धर्म चक्रव्यूह के खिलाफ फॉर्मेशन होता है। हिंदू धर्म में इसका फॉर्मेशन क्या है- शिव की बारात। इसमें कोई भी आ सकता है।'

राहुल गांधी ने आगे कहा, 'पेपर लीक के बारे में वित्त मंत्री ने एक शब्द नहीं कहा। युवाओं के लिए सबसे जरूरी मुद्दा है, उसके बारे में एक शब्द नहीं कहा। दस साल में 70 बार पेपर लीक हुआ लेकिन वित्त मंत्री ने न एक शब्द नहीं कहा बल्कि एजुकेशन बजट को 20 साल में सबसे कम कर दिया। दूसरी तरफ, पहली बार सेना के जवानों को आपने अग्निवाीर के चक्रव्यूह में फंसाया। इस बजट में एक पैसा उनकी पेंशन के लिए नहीं है। बजट में आपने एक रूपया नहीं दिया। तो उनको आपने अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसाया। उसके बाद जो अन्नदाता है, उनके लिए तीन काले कानून बनाए।'

राहुल ने बजट के हलवा सेरेमनी की फोटो सदन में दिखाते हुए कहा, 'ये बजट का हलवा इस फोटो में बंट रहा है। इसमें कोई पिछड़ा दलित या आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा है। देश का हलवा बंट रहा है इसमें केवल वही लोग नहीं हैं। 20 अफसर ने बजट बनाया है। मतलब हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटा है। बांटता कौन है वही दो या तीन प्रतिशत लोग, मिलता किसे है? केवल इन तीन प्रतिशत को ही। सरकार ने बजट में बड़े व्यापारियों को फायदा पहुंचाया, लेकिन छोटे दुकानदारों और करदाताओं को कोई फायदा नहीं दिया गया।

राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुस्तान में इस वक्त डर का माहौल है। भाजपा के मेरे दोस्त हंस रहे हैं, लेकिन वे भी डरे हुए हैं। बीजेपी में केवल एक आदमी को पीएम बनने का सपना देखने का अधिकार है। रोजगार के मुद्दे पर राहुल गांधी ने कहा कि बजट में इंटर्नशिप प्रोग्राम की बात शायद एक मजाक था। ये इंटर्नशिप देश के बड़ी कंपनियों में दी जाएगी, लेकिन इससे 99 फीसदी युवाओं को कोई फायदा नहीं होगा। वित मंत्री बैठी हैं, युवाओं के लिए क्या दिया?