लखीमपुर खीरी की ओर कूच करेगी पंजाब कांग्रेस, नवजोत सिंह सिद्धू ने दी चेतावनी
सिद्धू ने हत्या के आरोपी को गिरफ्तार और प्रियंका गांधी को रिहा करने की मांग की, मांगें न मानने पर पंजाब कांग्रेस लखीमपुर के लिए होगी रवाना

नई दिल्ली। लखीमपुर खीरी नरसंहार के पीड़ित लोगों को न्याय दिलाने के लिए अब पंजाब कांग्रेस मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि जल्द ही पंजाब कांग्रेस लखीमपुर खीरी की ओर कूच करेगी। सिद्धू ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो पंजाब कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो जाएंगे। नवजोत सिंह सिद्धू ने इसके लिए योगी सरकार को एक दिन का अल्टीमेटम दिया है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने यह एलान अपने ट्विटर हैंडल पर किया है। सिद्धू ने कहा कि अगर कल तक किसानों की हत्या का आरोपी आशीष मिश्रा को गिरफ्तार नहीं किया जाता है और प्रियंका गांधी को यूपी सरकार रिहा नहीं करती है, तो पंजाब कांग्रेस सीधा लखीमपुर खीरी का रुख करेगी।
If, by tomorrow, the Union Minister’s son behind the brutal murder of Farmers is not arrested, and our leader @PriyankaGandhi being unlawfully arrested, fighting for farmers is not released, the Punjab Congress will march towards Lakhimpur Kheri ! @INCIndia @INCPunjab
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) October 5, 2021
सिद्धू ने अपने ट्वीट किया, अगर कल तक किसानों की हत्या का ज़िम्मेदार केंद्रीय मंत्री का बेटा पकड़ा नहींं जाता है और किसानों की लड़ाई लड़ रहीं हमारी नेता प्रियंका गांधी को छोड़ा नहीं जाता है तब ऐसी स्थिति में पंजाब कांग्रेस लखीमपुरी के लिए चल पड़ेगी।
प्रियंका गांधी को करीब डेढ़ दिन तक हिरासत में लिए जाने के बाद यूपी पुलिस ने कांग्रेस महासचिव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रियंका गांधी पर धारा 144 का उल्लंघन करने और शांति भंग करने की आशंका के मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रियंका गांधी के अलावा दीपेंद्र सिंह हुड्डा और यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय लल्लू के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
वहीं लखीमपुर किसान नरसंहार के मुख्य आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद भी यूपी पुलिस आरोपी को पकड़ नहीं पाई है। मंगलवार दोपहर को प्रियंका गांधी ने भी यही सवाल खड़ा किया था कि उन्हें बिना किसी ऑर्डर या एफआईआर के कैद रखा गया है जबकि हत्या का आरोपी बाहर आज़ाद घूम रहा है।