EVM के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगा विपक्ष, EC ने VVPAT-EVM में मिसमैच से किया इनकार
विपक्षी गठबंधन 13 दिसंबर को EVM में गड़बड़ी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाएगा। यह फैसला मंगलवार को विपक्षी नेताओं के बीच एक बैठक के बाद लिया गया। यह मीटिंग NCP(SP) प्रमुख शरद पवार के घर पर हुई थी।

नई दिल्ली। महाराष्ट्र चुनाव नतीजों के बाद एक बार फिर EVM की विश्वसनीयता और चुनाव आयोग की निष्पक्षता सवालों के घेरे में है। लेकिन निर्वाचन आयोग संतोषजनक जवाब देने की बजाए सारे आरोपों से इनकार कर रहा है। ऐसे में अब विपक्षी INDIA गठबंधन सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में है। विपक्षी गठबंधन 13 दिसंबर को EVM में गड़बड़ी को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाएगा।
सर्वोच्च न्यायालय में ईवीएम और चुनावी धांधली को उठाने का निर्णय मंगलवार को विपक्षी नेताओं के बीच एक बैठक के बाद लिया गया। यह मीटिंग NCP(SP) प्रमुख शरद पवार के घर पर हुई थी। इसमें AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल और जाने-माने वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी भी शामिल हुए थे।
इंडिया’ गठबंधन का आरोप है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन के पक्ष में ईवीएम में कथित गड़बड़ी हुई जिसके कारण वह महाराष्ट्र में चुनाव हार गया। बैठक के दौरान केजरीवाल ने दिल्ली में मतदाता सूची से संबंधित अपनी चिंताओं को उठाया, जहां अगले साल की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने वाला है।
बता पिछले महीने हुए चुनावों में, भाजपा के नेतृत्व वाले महायुति गठबंधन ने 288 सीटों में से 235 सीटें जीतीं, जबकि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन को 46 सीटें मिलीं। यह नतीजा अप्रत्याशित था। इसके बाद से EVM को लेकर तमाम सवाल उठ रहे हैं। विधानसभा के विशेष सत्र के पहले दिन विधायकों के शपथ ग्रहण का बहिष्कार किया था। इससे पहले, विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि वोटिंग के दौरान EVM में छेड़छाड़ की गई और VVPAT की पर्चियों से वोटों का मिलान नहीं हो रहा है।
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इसी बीच चुनाव आयोग (EC) ने मंगलवार को बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में EVM वोटों से वीवीपैट (VVPAT) पर्चियों के मिलान में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। आयोग ने जानकारी दी कि 23 नवंबर को काउंटिंग के दिन, हर विधानसभा क्षेत्र के 4 बूथों के VVPAT पर्चियों की गिनती की। इस गिनती में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई। इस दौरान 288 विधानसभा क्षेत्रों की 1440 वीवीपैट यूनिटों की पर्चियों का मिलान किया गया था।