ऑपरेशन कवर अप चला रही है मोदी सरकार, घोटाले को दबाने की रची गई साजिश: पवन खेड़ा

पवन खेड़ा ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार ने राफेल विमान को लेकर दिए गए कमीशन को उजागर होने से रोकने के लिए तत्कालीन सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को पद से हटा दिया गया और उनकी जगह पर केंद्र सरकार ने नागेश्वर राव को सीबीआई का निदेशक नियुक्त कर दिया

Updated: Nov 09, 2021, 12:26 PM IST

नई दिल्ली। फ्रांसीसी पत्रिका मीडियापार्ट द्वारा राफेल घोटाले को लेकर किए गए खुलासे के बाद से ही कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर हमलावर है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मोदी सरकार पर यह आरोप लगाया है कि मोदी सरकार घोटाले को दबाने के लिए ऑपरेशन कवर अप चला रही है। पवन खेड़ा ने कहा कि राफेल घोटाला सिर्फ 50-60 करोड़ तक की कमीशन तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह एक बड़ा रक्षा घोटाला है। 

पवन खेड़ा ने आज इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि इस डील में शुरुआत से ही बड़े घोटाले की आशंका जताई जा रही थी। लेकिन अब यह महज आशंका नहीं रही बल्कि इसके तार देश की सत्ता में बैठे उच्चतम नेतृत्व तक जा रहे हैं। पवन खेड़ा ने यह आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का काम किया है। 

कांग्रेस नेता ने कहा कि इस घोटाले में हुआ नवीनतम खुलासे से पता चलता है कि मोदी सरकार ने राफेल डील में हुए भ्रष्टाचार को रफा दफा करने की कोशिश की। मोदी सरकार ने ईडी और सीबीआई के साथ मिलकर साठगांठ कर मामले को दबाने का प्रयास किया। पवन खेड़ा ने कहा कि अक्टूबर 2018 में कमीशन को उजागर होने से रोकने और मामले की जांच बढ़ने देने से रोकने के लिए मोदी सरकार सीबीआई निदेशक बदल डाला। रातों रात तख्तापलट कर आलोक वर्मा की जगह नागेश्वर राव की नियुक्ति कर दी गई। 

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दरअसल फ्रांसीसी पत्रिका मीडियापार्ट ने हाल ही में इस बात का खुलासा किया है कि राफेल फाइटर जेट बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन ने बिचौलिए सुशेन गुप्ता को 65 करोड़ रुपए घूस के तौर पर दिए थे। इसकी जानकारी अक्टूबर 2018 से ही सीबीआई और ईडी के पास थी। लेकिन इस पर जांच को आगे नहीं बढ़ाया गया।