रामदेव से विवाद के बीच अब मोदी ने डॉक्टरों को दी योग पर स्टडी करने की सलाह

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर्स डे के मौके पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से कहा है कि वे अब योग के फायदों को लेकर रिसर्च करें

Updated: Jul 01, 2021, 12:19 PM IST

Photo Courtesy : India TV
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नई दिल्ली। देशभर में आज डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है। कोरोना काल के दौरान अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर लोगों की जान बचाने में दिन रात जुटे डॉक्टरों को आज पूरा देश सैल्यूट कर रहा है। इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी डॉक्टरों को संबोधित किया है। हालांकि, पीएम ने इस दौरान कुछ ऐसा कह डाला है, जिसपर विवाद बढ़ सकता है। पीएम ने देश के डॉक्टरों को सलाह दे डाली है कि अब वे योग को लेकर रिसर्च करें। 

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'जब एलोपैथी डॉक्टर योग पर स्टडी और रिसर्च करते हैं तो पूरी दुनिया इस बात को गंभीरता से लेती है। क्या इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की ओर से ऐसे अध्ययन को आगे बढ़ाया जा सकता है? क्या योग पर आप इंटरनेशनल जर्नल्स में अपनी स्टडी प्रकाशित कर सकते हैं? आज हमारे डॉक्टरों की ओर से कोविड प्रोटोकॉल तैयार किया जा रहा है। हमने देखा है कि कैसे मेडिकल इन्फ्रास्ट्रकचर को इग्नोर किया गया था।' 

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प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान इसलिए विवादास्पद माना जा रहा है कि उन्होंने ऐसे समय में यह बात कही है जब पतंजलि योगपीठ के संस्थापक रामदेव के बड़बोलेपन की वजह से डॉक्टरों में पहले से नाराजगी व्याप्त है। योग सिखाने वाले रामदेव ने सरेआम एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को फालतू करार देते हुए कहा था कि इसी वजह से लोगों की मौत हो रही है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि रामदेव को पीएम मोदी का संरक्षण प्राप्त है इसलिए वह ऐसे बेतुके बयान देने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसके बाद रामदेव की तीखी आलोचनाएं हुईं थी। फिलहाल यह मामला देश के सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है।