राष्ट्रपति ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया, ब्रिटिश पीएम नारायण मूर्ति की हैं सास

इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष और इंफोसिस के को-फाउंडर की पत्नी सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है। इस घोषणा को सुधा मूर्ति ने महिला दिवस पर मिला बड़ा तोहफा बताया है।

Updated: Mar 08, 2024, 04:59 PM IST

नई दिल्ली। मशहूर लेखिका सुधा मूर्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए नॉमिनेट किया गया है। सुधा मूर्ति मशहूर बिजनेसमैन और इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति की पत्नी हैं। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक उनके दामाद हैं।

PM नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उनके राज्यसभा सांसद के तौर पर चयन की जानकारी दी। PM ने अपने पोस्ट में लिखा, 'भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुधा मूर्ति को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया है। राज्यसभा में उनकी मौजूदगी नारी शक्ति का शक्तिशाली प्रमाण है। सामाजिक कार्य, परोपकार और शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान प्रेरणादायक रहा है।'

राज्यसभा के लिए नॉमिनेट होने के बाद सुधा मूर्ति ने कहा, 'मैं खुश हूं, लेकिन अब मुझे लग रहा है कि मुझ पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। पीएम मोदी ने पहले भी मेरे काम की तारीफ की है। मैं उन्हें धन्यवाद कहना चाहती हूं। मुझे खुशी है कि अब मुझे गरीबों की मदद करने के लिए बड़ा प्लेटफॉर्म मिल रहा है। मुझे नहीं लगता कि मैं अपने आपको पॉलिटिशियन मानती हूं। मैं नॉमिनेटेड राज्यसभा मेंबर हूं। मेरे दामाद की राजनीति उनके देश के लिए अलग है और मेरा काम अलग है।'

सुधा को कन्नड़ और अंग्रेजी साहित्य में उनके योगदान के लिए जाना जाता है। उन्होंने विभिन्न शैलियों में 30 से अधिक किताबें लिखी हैं। उनकी किताबों का कई भाषाओं में अनुवाद किया गया है। उनकी कुछ प्रसिद्ध किताबों में द मदर आई नेवर न्यू, थ्री थाउजेंड स्टिचेस, द मैन फ्रॉम द एग और मैजिक ऑफ द लॉस्ट टेम्पल शामिल हैं। सुधा मूर्ति को सामाजिक कार्यों के लिए 2006 में पद्म श्री और 2023 में भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका है।