मैं जो कुछ भी हूँ, आपकी बदौलत, रायबरेली के लोगों के नाम सोनिया गांधी का भावुक पत्र

सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिये खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आँचल मेरे लिये फैला दिया। पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे: सोनिया गांधी

Updated: Feb 15, 2024, 04:22 PM IST

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों को भावुक चिट्‌ठी लिखी है। सोनिया गांधी ने इसमें स्वास्थ्य का हवाला देते हुए बताया है कि वह अगला चुनाव नहीं लड़ सकेंगी। कांग्रेस नेत्री ने रायबरेली की जनता को हर परिस्थिति में साथ देने के लिए आभार जताया है।

रायबरेली की जनता को संबोधित पत्र में सोनिया गांधी ने लिखा है कि, 'मेरा परिवार दिल्ली में अधूरा है। वह रायबरेली आकर आप लोगों में मिलकर पूरा होता है। यह नेह - नाता बहुत पुराना है और अपनी ससुराल से मुझे सौभाग्य की तरह मिला है। रायबरेली के साथ हमारे परिवार के रिश्तों की जड़ें बहुत गहरी हैं। आजादी के बाद हुए पहले लोकसभा चुनाव में आपने मेरे ससुर श्री फीरोज गाँधी जी को यहाँ से जिताकर दिल्ली भेजा। उनके बाद मेरी सास श्रीमती इंदिरा गाँधी जी को आपने अपना बना लिया।'

सोनिया गांधी लिखती हैं कि, 'तब से अब तक, यह सिलसिला जिंदगी के उतार-चढ़ाव और मुश्किल भरी राह पर प्यार और जोश के साथ आगे बढ़ता गया और इस पर हमारी आस्था मजबूत होती चली गई। इसी रौशन रास्ते पर आपने मुझे भी चलने की जगह दी। सास और जीवनसाथी को हमेशा के लिये खोकर मैं आपके पास आई और आपने अपना आँचल मेरे लिये फैला दिया। पिछले दो चुनावों में विषम परिस्थितियों में भी आप एक चट्टान की तरह मेरे साथ खड़े रहे, मैं यह कभी भूल नहीं सकती। यह कहते हुए मुझे गर्व है कि आज मैं जो कुछ भी हूँ, आपकी बदौलत हूँ और मैंने इस भरोसे को निभाने की हरदम कोशिश की है।'

सोनिया ने पत्र के अंत में लिखा है कि, 'अब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के चलते मैं अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी। इस निर्णय के बाद मुझे आपकी सीधी सेवा का अवसर नहीं मिलेगा, लेकिन यह तय है कि मेरा मन-प्राण हमेशा आपके पास रहेगा। मुझे पता है कि आप भी हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही सँभाल लेंगे जैसे अब तक सँभालते आये हैं। बड़ों को प्रणाम ! छोटों को स्नेह ! जल्द मिलने का वादा।'

दरअसल, सोनिया गांधी ने बुधवार को जयपुर पहुंचकर राज्यसभा की सदस्यता के लिए नामांकन दाखिल किया है। ऐसे में रायबरेली संसदीय सीट छोड़ने की बात स्पष्ट हो गई। हालांकि, साल 2019 में ही लोकसभा चुनाव के दौरान सोनिया गांधी ने अगला चुनाव न लड़ने की घोषणा की थी। अब वे राज्यसभा के जरिए अपनी राजनीति को आगे बढ़ाएंगी। ऐसे में उन्होंने पत्र लिखकर रायबरेली के प्रति अपनी भावनाओं का इजहार किया है।